अयोध्या मामले पर बोले केशव प्रसाद मौर्य- सुनवाई टालना अच्छा संकेत नहीं
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद मामले की सुनवाई जनवरी तक के लिए टाल दी है। सोमवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की पीठ ने कहा कि जनवरी में इस मामले को सुना जाएगा, उपयुक्त बेंच इस मामले की सुनवाई के दौरान ही तारीख तय करेगी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में ये सुनवाई कौन सी बेंच करेगी या इसकी तारीख क्या होगी, इसपर सुप्रीम कोर्ट ने कुछ नहीं कहा है। अयोध्या विवाद पर सुनवाई टलने पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सुनवाई टालना अच्छा संकेत नहीं है।
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केशव प्रसाद मौर्य बोले- ये चुनावी मुद्दा नहीं
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, हालांकि राम जन्मभूमि मामले पर सुनवाई टालना अच्छा संकेत नहीं गया है। उन्होंने कहा कि ये चुनावी मुद्दा नहीं है। लोकसभा चुनाव का इससे कोई लेना-देना नहीं है। सुनवाई टाले जाने पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि इसे क्यों टाला गया है लेकिन अगर रोजाना सुनवाई की प्रक्रिया पूरी कर ली जाती तो अच्छा होता।
विनय कटियार का आरोप- कांग्रेस के दबाव में लिया गया ये फैसला
इससे मामले पर बीजेपी नेता विनय कटियार ने आरोप लगाया कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के बार-बार तारीख देने के पीछे कांग्रेस का हाथ है। कांग्रेस नहीं चाहती कि 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले राम मंदिर निर्माण पर कोई फैसला आए। कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल और प्रशांत भूषण के दबाव में बार-बार सुनवाई टल रही है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्या बोले सुब्रमण्यम स्वामी
वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट संसद से ऊपर नहीं हो सकती है। सर्वोच्च अदालत की अपनी कुछ सीमाएं होती हैं। उन्हें उसी के तहत फैसला करने का अधिकार होता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में जिस विवादित भूमि की बात हो रही है वहां पर भगवान राम का मंदिर था।
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