अयोध्या केस: सुन्नी वक्फ बोर्ड की अपील वापस लेने की खबरों पर क्या बोले इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। अयोध्या भूमि विवाद की सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई जारी है। वहीं, 40वें दिन सुनवाई से ठीक पहले उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड के विवादित जमीन पर अपना दावा छोड़ने की एक खबर ने हलचल मचा दी। मीडिया में खबरें आने लगीं कि सुन्नी वक्फ बोर्ड जमीन पर अपना दावा छोड़ना चाहता है और वह सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करने जा रहा है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपील वापस लेने के मामले में कोई चर्चा नहीं हुई। इस बीच, मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी के वकील का भी बयान आया।
इकबाल अंसारी के वकील बोले- ये सब अफवाह
मध्यस्थता की अटकलों पर अयोध्या केस के एक पक्षकार इकबाल अंसारी के वकील एम. आर. शमशाद ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के दावा छोड़ने की बातें महज अफवाह हैं। अपने एक बयान में वकील शमशाद ने कहा, 'मैं इस मामले में पिछले काफी वक्त से हाशिम अंसारी, अब इकबाल अंसारी की तरफ से दलीलें रख रहा हूं। सुन्नी वक्फ बोर्ड को लेकर जो बातें चल रही हैं, उसके बारे में साफ करना चाहता हूं कि ऐसी कोई अपील नहीं की गई है।'
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जो भी होगा अब कोर्ट में ही होगा- वकील
उन्होंने कहा कि जो भी होगा अब कोर्ट में ही होगा, मध्यस्थता का अब सवाल ही नहीं है। जबकि इस मामले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि इस तरह की कोई भी अपील कोर्ट में दी जाएगी, फिलहाल ऐसी कोई एप्लिकेशन अदालत नहीं दी गई है।वहीं, इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामले में जो भी फैसला सुनाएगा, उसे वो मानेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी फैसला आए और जिसके पक्ष में आए, सभी को उसे मानना चाहिए। लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करें। बता दें कि इकबाल अंसारी हाशिम अंसारी के पुत्र हैं। हाशिम अंसारी का निधन हो चुका है।
जो भी फैसला आएगा, उसे मानेंगे- इकबाल अंसारी
वहीं, बुधवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई रंजन गोगोई ने साफ किया कि आज शाम 5 बजे तक इस मामले में सारी दलीलें पूरी हो जाएंगीं। उन्होंने किसी भी अन्य याचिका पर सुनवाई से इनकार किया। इस दौरान कोर्ट में तीखी बहस होने लगी तो सीजेआई ने कहा कि हमारी तरफ से बहस पूरी हो चुकी है, कोई कुछ कहना चाहता है तो इसलिए वक्त दिया जा रहा है, वरना हम उठकर जा भी सकते हैं।