दिल्ली सरकार से ऑटो चालकों ने यात्री संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया, कहा- पति-पत्नी दो अलग ऑटो क्यों लें?
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन के चौथे चरण को लेकर दिशा-निर्देश जारी होने के बाद आज से ऑटो सहित अन्य सेवाएं दोबारा शुरू हो गई हैं। इस बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आने वाले ऑटो चालकों ने सेवाएं शुरू होने पर खुशी जाहिर की है। साथ ही सरकार से अनुरोध किया कि ऑटो में एक सवारी बैठाने के फैसले पर दोबारा विचार किया जाना चाहिए। ऑटो चालक अनिल प्रसाद ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 'हम लोग भुखमरी की कगार पर थे। ये सरकार का अच्छा फैसला है और हमें अब पैसे कमाने में भी मदद होगी।'
ऑटो चालक ने आगे कहा, 'लेकिन एक यात्री को बैठाने की अनुमित वाले फैसले पर दोबारा विचार होना चाहिए। मेरा सरकार से सवाल है कि अगर कोई एक ही परिवार से है जैसे पति-पत्नी, तो वो दो ऑटो क्यों करेंगे।' बता दें कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। चौथे लॉकडाउन को लेकर दिल्ली में सोमवार को दिशा-निर्देश जारी किए गए।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऑटो, ई-रिक्शा, बस और कैब को परिचालन की अनुमति दी गई है। टैक्सी और कैब में दो सवारी यात्रा कर सकती हैं, जबकि ऑटो और ई-रिक्शा में केवल एक यात्री ही सवारी कर सकता है। इसी फैसले को लेकर ऑटो चालक ने सवाल किया है।
दिशा-निर्देशों के अनुसार, मैक्सी कैब और ग्रामीण सेवा में 5 यात्रियों को अनुमति है, लेकिन कार पूलिंग की अनुमति नहीं दी गई है। अब दिल्ली सरकार की बसें भी चलेंगी, लेकिन 20 से ज्यादा यात्री नहीं होंगे। बस को बार-बार सैनिटाइज करना होगा। बस में चढ़ने से पहले सभी की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके साथ ही सोशल डिस्टैंसिग का भी विशेष तौर पर ध्यान रखा जाएगा। बजार में दुकानों को ऑड-ईवन के तहत खोला जाएगा।
वहीं दिल्ली ऑटो-रिक्शा यूनियन के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र सोनी ने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण ऑटो चालकों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा है। ऐसे में इनके लिए राहत पैकेज की घोषणा होनी चाहिए। साथ ही एक से अधिक यात्रियों की सवारी की अनुमति भी मिलनी चाहिए।
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