प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले गिफ्ट आप भी ले जा सकते हैं अपने घर, जानिए कैसे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले एक साल में मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी शुरू हो गई है। इसकी जानकारी खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी है। इस नीलामी में 2700 से अधिक उपहारों की 14 सितंबर तक नीलामी की जाएगी। संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ये उपहार देश-विदेश में उनके दौरों और कार्यक्रमों के दौरान मिले हैं। नीलामी से एकत्र राशि को गंगा सफाई के लिए चलाई जा रही योजना नमामि गंगे के लिए दिया जाएगा।
नीलामी से प्राप्त राशि नमामि गंगे मिशन को दिया जाएगा
शनिवार को पीएम मोदी की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि, मैं जिस पर हमेशा विश्वास करता हूं उसके लिए प्रयास जारी है। सभी तोहफे और यादगार वस्तुएं, जो मैंने पिछले एक साल में पाए हैं, उसकी नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और यह तीन अक्टूबर तक चलेगा। इन सभी वस्तुओं की प्रदर्शनी दिल्ली में इंडिया गेट के निकट एनजीएमए में लगाई गई है। इन तोहफों और वस्तुओं की ई-नीलामी भी होगी। नीलामी से प्राप्त राशि नमामि गंगे मिशन को दिया जाएगा। इससे गंगा को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। इस जगह पर जाएं और नीलामी में हिस्सा लें।
प्रधानमंत्री मोदी को मिले 2,772 तोहफों की प्रदर्शनी लगाई गई है
इस नीलामी का शुभारंभ केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने किया। प्रधानमंत्री मोदी को मिले 2,772 तोहफों की प्रदर्शनी लगाई गई है। पटेल ने बताया, यह नीलामी 14 सितंबर से 3 अक्टूबर तक चलेगी और इसकी ई-नीलामी भी होगी। पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल के मुताबिक पीएम मोदी को मिले स्मृति चिन्ह की न्यूनतम कीमत 200 रुपये होगी और उच्चतम कीमत 10 लाख रुपये निश्चित की गई है।
20 बड़े खरीददार को प्रधानमंत्री की तरफ से प्रोत्साहन पत्र प्रदान किया जाएगा
पटेल ने बताया, पहले 20 बड़े खरीददार को प्रधानमंत्री की तरफ से प्रोत्साहन पत्र प्रदान किया जाएगा। 2,772 उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें पेंटिंग्स, फोटोग्राफ्स, क्राफ्ट्स, शॉल, मूर्तियां शामिल हैं। नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट की निदेशक रितू शर्मा ने कहा, लोग उत्पादों को वेबसाइट से भी खरीद सकते हैं। मोदी की सिल्क पर बनी तस्वीर का न्यूनतम मूल्य 2.5 लाख रुपए रखा गया है। इसे सीमात्ति टेक्सटाइल्स की मालिक एवं फैशन डिजाइनर बीना कन्नन ने उन्हें भेंट किया था। इसे सबसे महंगा बताया जा रहा है। वस्तुओं के बेस या रिजर्व मूल्य को विशेषज्ञों ने तय किया है। इन स्मृति चिह्नों में 576 शॉल, 964 अंगवस्त्रम, 88 पगड़ियां और भारत की विविधता को दिखाते कई जैकेट शामिल हैं। इनमें गायों की प्रतिकृतियां भी शामिल हैं।
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