गुलाम नबी आजाद बोले- अटलजी की मौत ने दूरियां कम कर दीं, मरने के बाद भी सभी दलों को इकट्ठा कर गए
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नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में लालकृष्ण आडवाणी से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी तक एक से बढ़कर एक वक्ताओं ने अपने विचार रखे। आडवाणी ने 65 साल की दोस्ती याद की तो पीएम मोदी ने कहा कि वह सिर्फ नाम अटल नहीं थे बल्कि वह व्यवहार से भी अटल थे। आडवाणी और पीएम मोदी ने अपने विचारों में कई बड़ी बातें, लेकिन जिस वक्ता की बात सभा में सभी के दिल को छू गई उनका नाम है गुलाम नबी आजाद। राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे बड़ी खासियत को याद करते हुए कहा, 'वह ऐसी शख्सियत थे जो एकता और मेलजोल में विश्वास करते थे। वाजपेयी मरने के बाद भी सभी दलों को इकट्ठा कर गए।'
अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा के बारे में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह अद्भुत सभा है। इस सभा में कश्मीर से कन्याकुमारी तक से लोग आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि अटल जी जब तक जीवित रहे उनका प्रयास रहा कि अमन चैन कायम रहे। छात्र जीवन में मैंने देखा था कि वह हर साल कश्मीर में आते थे और सभा किया करते थे। वह ऐसे नेता थे जो पार्टी लाइन से हटकर बोलते थे।
आजाद ने कहा कि अटल जी की मौत ने दूरियां कम कर दीं। वाजपेयी जी राजनीति में हमेशा मेल-मिलाप में विश्वास करते थे। यही कारण है कि मौत के बाद भी उन्होंने आज सभी राजनीतिक दलों को एक जगह पर इकट्ठा कर दिया है।
लालकृष्ण आडवाणी ने कुछ यूं किया वाजपेयी को याद
लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि, 'मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मेरी अटलजी से मित्रता 65 साल तक रही। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा।' उन्होंने आगे कहा, 'अटलजी खाना अच्छा पकाते थे। उन्होंने कई बार मुझे भोजन कराया। मैंने अटलजी से बहुत कुछ पाया है। अटलजी की गैरमौजूदगी में बोलने पर मुझे बहुत दुख हो रहा है।'
पीएम मोदी ने बताया अटल होने का मतलब
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी जब तक जिए, देश के लिए जिए। वे केवल नाम से अटल ही नहीं, व्यवहार और रग-रग से अटल नजर आते थे। जीवन कितना लंबा हो यह हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन जीवन कैसा हो ये हमारे हाथ में है और अटल जी ने जी करके दिखाया कि जीवन कैसा हो, क्यों हो, किसके लिए हो और कैसे हो।'
फारुख अब्दुल्ला ने भी की दिल खोलकर तारीफ
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला ने वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सिर्फ पीएम नहीं थे, वह हिंदुस्तान के दिलों पर राज करते थे। उनके जैसा दिल किसी के पास नहीं था। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह वाजपेयी ही थे जो पाकिस्तान गए और परवेज मुशर्रफ से यह कहलवाया कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर की जमीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं करेगा।