सच साबित हुई भविष्यवाणी, दोनों की मौत में रहा 30 दिन से कम का अंतर
वाजपेयी के निधन को लेकर देश के मशहूर कवि और गीतकार गोपाल दास नीरज ने एक ऐसी भविष्यवाणी की थी, जो दोनों के निधन के बाद सही साबित हुई।
नई दिल्ली। लंबी बीमारी से जूझते हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। 93 वर्षीय अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली। अटल के निधन से पूरा देश शोक में है, ना केवल उनकी पार्टी बल्कि विपक्ष के नेता भी वाजपेयी के निधन की खबर से सदमे में हैं। वाजपेयी के निधन को लेकर देश के मशहूर कवि और गीतकार गोपाल दास नीरज ने एक ऐसी भविष्यवाणी की थी, जो दोनों के निधन के बाद सही साबित हुई।
गोपाल दास नीरज ने की थी भविष्यवाणी
दरअसल, गोपाल दास नीरज गीतों और कविताओं के अलावा ज्योतिष में भी रूचि रखते थे। अटल बिहारी वाजपेयी और गोपाल दास नीरज ने यूपी के कानपुर में डीएवी कॉलेज में एक साथ पढ़ाई की थी, जहां दोनों की मुलाकात हुई। गोपाल दास नीरज कहा करते थे कि उनकी और अटल की कुंडली काफी मिलती-जुलती है। नीरज ने 2009 में भविष्यवाणी की थी कि अटल बिहारी वाजपेयी और उनके निधन में ज्यादा से ज्यादा 30 दिन का अंतर रहेगा। गोपाल दास नीरज के निधन के बाद उनकी भविष्यवाणी सही साबित हुई।
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'हम दोनों अपने क्षेत्रों की बुलंदियों को छुएंगे'
गोपाल दास नीरज का निधन बीती 19 जुलाई को हुआ था और उनके जाने के ठीक 29 दिन बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने देश को अलविदा कह दिया। अपनी और वाजपेयी की कुंडली देखते समय नीरज अक्सर कहा करते थे कि हम दोनों अपने क्षेत्रों की बुलंदियों को छुएंगे। और हुआ भी यही, गोपाल दास नीरज ने जहां अपने गीतों और कविताओं के जरिए करोड़ो़ं दिलों पर राज किया तो वहीं अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति के कभी ना छिपने वाले सूर्य साबित हुए।
सिद्धांतवादी राजनीति के लिए याद किए जाएंगे अटल
अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया। वाजपेयी की सिद्धांतवादी राजनीति के लिए विपक्ष के नेता भी उनका पूरा सम्मान करते थे। अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए भाजपा मुख्यालय में रखा गया है। दोपहर एक बजे उनकी अंतिम यात्रा के बाद शाम को 4 बजे अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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