पीएम मोदी जब चल रहे थे पैदल, भीड़ में थे आईबी के 600 लोग और 50 शार्पशूटर
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा के दौरान पीएम मोदी पैदल चलते हुए स्मृति स्थल तक गए। हालांकि पहले ये खबर थी पीएम मोदी सीधे स्मृति स्थल पहुंचेंगे, लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने अपना शेड्यूल बदलकर अंतिम यात्रा में पैदल चलने का फैसला लिया। प्रधानमंत्री के साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कई नेता पैदल चल रहे थे। वहीं, पीएम मोदी का भारी जनसैलाब के साथ पैदल चलने का फैसला सुनकर सुरक्षाकर्मी एकबारगी हैरान रह गए थे।
ये भी पढ़ें: VIDEO: अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार के दौरान रो पड़े पीएम मोदी
आईबी के 600 लोग और 50 शार्पशूटर शामिल
अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा के दौरान भारी जनसैलाब के साथ पीएम मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पैदल चल रहे थे। उसी भीड़ में आईबी के 600 लोग और 50 शार्पशूटर भी शामिल थे। जबकि सादी वर्दी में दिल्ली पुलिस के कई जवान शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के कई गुप्तचर भी तैनात किए गए थे। पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई कमी न रह जाए इसके लिए एसपीजी ने कड़ी तैयारी की थी।
पीएम मोदी ने आखिरी समय में पैदल चलने का लिया था फैसला
जबकि सेना और अर्द्धसैनिक बलों ने दोनों ही नेताओं को अपने घेरे में ले लिया था। आईबी ने दिल्ली पुलिस के कई जवानों को सादी वर्दी और सफेद टोपी में कार्यकर्ताओं के रूप में भीड़ में शामिल कराया था। जबकि एसपीजी ने स्मृति वन स्थल में सेना, नेवी और वायुसेना के जवानों को भी तैनात करा दिया था। चारों तरफ सुरक्षा का कड़ा घेरा बना दिया गया था क्योंकि पीएम मोदी कई नेताओं के साथ पैदल चल रहे थे। थोड़ी-थोड़ी दूरी पर शार्पशूटर भी तैनात किए गए थे।
पीएम मोदी की सुरक्षा में हजारों जवान तैनात थे
खबरों के मुताबिक, भारी संख्या में जवानों को पीएम की सुरक्षा में तैनात किया गया था। 700 कमांडों एनएसजी, एसपीजी और स्वाट टीम के तैनात किये गये थे, 600 खुफिया विभाग के जवान भीड़ के साथ चल रहे थे। जबकि करीब 600 सीसीटीवी कैमरे पूरे रास्ते में लगाए गए थे। वहीं, 3200 सुरक्षाकर्मी बीजेपी मुख्यालय से स्मृतिवन स्थल तक सुरक्षा में तैनात थे। पीएम मोदी अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा के दौरान पैदल चल रहे थे। वहीं, उनकी सुरक्षा में लगे जवान चप्पे-चप्पे पर नजरें गड़ाए हुए थे।
ये भी पढ़ें: साढ़े 4 साल के कार्यकाल में पहली बार अपने ऑफिस नहीं गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जानिए क्यों?