Assembly Election: टिकट के लिए मची होड़, मौजूदा विधायकों पर ही दांव खेलेगी कांग्रेस
बेंगलुरु। हरियाणा विधान सभा चुनाव का बिगुल बज चुका हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां सत्ता पर काबिज होने के लिए अभी से एड़ी चोटी का दम लगाना शुरु कर दिया हैं। जिसमें हरियाणा कांग्रेस भी अपना पूरा दम खम लगाने में जुटी हुई हैं। हर हाल में चुनाव के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आए इसके लिए वह मौजूदा विधायकों को दोबारा चुनावी रण में उतारने का मन बना रही हैं।
हालंकि अभी चुनाव आयोग ने चुनाव की कोई तारीख घोषित नहीं की हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी समेत अन्य राजनीतिक पार्टियां में चुनावी जंग शुरु हो चुकी हैं। बता दें कि हरियाणा कांग्रेस में एकाएक टिकट के हरियाणा कांग्रेस में टिकट चाहने वाले तलबगार बढ़ गए हैं। हर दिन पार्टी कार्यालय में टिकट पाने की चाह में लोगों का जमावाड़ा लग रहा हैं। आवेदन करने वाले नेता अब हरियाणा कांग्रेस कमेटी के चंडीगढ़ कार्यालय के चक्कर काट रहे है।
वहीं कांग्रेस की नई प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने भी खुद विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का एलान पहले ही कर रखा है। प्रदेश अध्यक्ष सैलजा ने चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों से आवेदन मांगे हैं। टिकट के लिए आवेदन करने से पहले किसी भी दावेदार का कांग्रेसी होना अनिवार्य है। लिहाजा, इस शर्त को पूरा करने के लिए उन लोगों में कांग्रेसी बनने की होड़ मची रही, जिन्होंने अभी तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तक नहीं ली। उधर, पार्टी के मौजूदा विधायकों के दोबारा चुनावी रण में भेजने की संभावना जतायी जा रही हैं।
हरियाणा कांग्रेस कार्यालय में हर रोज ऐसे लोग आ रहे हैं, जो सदस्यता फार्म की मांग कर रहे हैं। इन लोगों को बाकायदा फार्म उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पार्टी ने हालांकि सादे कागज पर आवेदन मांगे हैं, लेकिन मंगलवार तक आवेदन के लिए पूरा प्रोफार्मा छपकर तैयार हो जाएगा। इस प्रोफार्मा में कई तरह की सूचनाएं मांगी गई हैं। मसलन कब से कांग्रेस में हैं और पहले कितने चुनाव लड़े। शैक्षिक योग्यता से लेकर पारिवारिक सूचनाएं तक इस प्रोफार्मा में मांगी गई हैं। मौजूदा विधायकों को भी प्रोफार्मा भरकर देने को कहा गया है।
गौर करने वाली बात ये हैं कि हरियाणा में कांग्रेस के मौजूदा 16 विधायक हैं। सोनीपत के राई से विधायक जयतीर्थ दहिया निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को हटाने की मांग को लेकर पूर्व में इस्तीफा दे चुके हैं। वह तीन मतों से चुनाव जीते थे। 16 विधायकों में 12 हुड्डा समर्थक हैं। पार्टी के हक में माहौल बनाने को हुड्डा और सैलजा की जोड़ी भी फील्ड में उतर चुकी है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में सक्रियता आ गई है, जो कार्यकर्ता अभी तक अपने घरों में बैठे थे, अब वह फील्ड में आकर चुनाव लड़ने की स्थिति में पहुंच गए हैं।
हुड्डा और सैलजा की जोड़ी को काम करने के लिए हालांकि बेहद कम समय मिला है, लेकिन दोनों ने लोकसभावार कार्यकर्ता सम्मेलनों की शुरुआत की है। फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत और करनाल लोकसभा क्षेत्रों की तीन दर्जन विधानसभा सीटों के कार्यकर्ताओं से हुड्डा और सैलजा की जोड़ी संपर्क साध चुकी है।
हुड्डा के मीडिया सलाहकार सुनील परती के अनुसार 17 सितंबर को कुरुक्षेत्र व अंबाला और 19 सितंबर को हिसार व फतेहाबाद क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होगा। 21 सितंबर को भिवानी-महेंद्रगढ़ व रोहतक लोकसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। हरियाणा कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी का गठन हो चुका है, जिसके चेयेरमैन मधुसूदन मिस्त्री हैं। हुड्डा, सैलजा और गुलाम नबी आजाद को इस कमेटी में रखा गया है।