अमर सिंह ने तीन राज्यों में हार के कम अंतर के लिए PM मोदी को दिया श्रेय
नई दिल्ली। पांचों राज्यों के चुनावीनतीजे आ चुके हैं और जिस तरह से भाजपा का हाल हुआ है, उसका अंदाजा किसी को नहीं था, देश के तीन बड़े राज्यों से भाजपा को हाथ धोना पड़ा है जो कि लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिए काफी बड़ा झटका है, हालांकि हारे हुए प्रदेश के पूर्व सीएम ने हार की जिम्मेदारी खुद ली है और किसी ने भी भूलकर पीएम मोदी का नाम नहीं लिया है लेकिन विरोधीगण ने इस हार के लिए पीएम मोदी को ही जिम्मेदार ठहराया है लेकिन राज्यसभा सांसद अमर सिंह तीन राज्यों में बीजेपी की हार पर अलग नजरिया रखते हैं।
हार की मुख्य वजह एससी/एसटी एक्ट है: अमर सिंह
सपा के लिए बीता हुआ कल और इन दिनों भाजपा के काफी करीबी माने जाने वाले अमर सिंह ने कहा है तीनों राज्यों में बीजेपी की हार की मुख्य वजह एससी/एसटी एक्ट है, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस तरह एससी/एसटी पर एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदल दिया, उससे बीजेपी के परपंरागत सवर्ण मतादाता नाराज हो गए, दोनों राज्यों में राजपूत मतदातों की संख्या करीब 12 फीसदी है, जिन्होंने भाजपा के खिलाफ वोटिंग की।
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राजपूत हुआ बीजेपी से नाराज-निराश
अमर सिंह की अमर वाणी यहीं पर नहीं रूकी, उन्होंने कहा कि आजादी के बाद राजस्थान में राजपूतों का राजतंत्र खत्म हो गया था, जिसकी वजह कांग्रेस थी और इसी वजह से राजपूत उसके खिलाफ थे, लेकिन जब बीजेपी के भैरोसिंह शेखावत ने महलों में होटल खुलवा कर राजपूतों को नई जान दी उसके बाद से राजपूत बीजेपी के साथ हमेशा खड़ा रहा लेकिन इस बार रानी की सत्ता में उसे वो इज्जत नहीं मिली।
आमलोगों से दूर रहीं महारानी वसुंधरा राजे
अमर सिंह ने आगे कहा कि संघ के तीन काम हैं-भजन, भोजन और विश्वाम, जिनके जरिए वो लोगों से जुड़ा रहता है लेकिन वसुंधरा राजे ऐसा कर पाने में असमर्थ रहीं और यहां बीजेपी हार गई, एक बार फिर से पीएम मोदी की तारीफ करते हुए अमर सिंह ने कहा कि उल्टा पीएम मोदी की वजह से इस बार के चुनावों में हार का अंतर कम है। अगर प्रधानमंत्री की नई योजनाओं के कारण नए मतदाता बीजेपी से नहीं जुड़े होते तो हार का अंतर और बड़ा होता।
मोदी बनाम राहुल में होगी राहुल की हार
अमर सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनावों से अलग होगी लोकसभा चुनावों की तस्वीर, इसलिए अभी से किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता है। वहां स्थिति उलट होगी और जब देश में नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी का मुकाबला होगा तो राहुल कहीं नही टिकेंगे।