असम में तीन बहनों के साथ पुलिस की बर्बरता, कपड़े उतारे, प्राइवेट पार्ट को छुआ, लाठी से पीटा
नई दिल्ली। एक बार फिर से पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया है। असम में तीन बहनों के साथ पुलिस हिरासत में मारपीट करने और उनके साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार इन बहनों के कपड़े पुलिस कस्टडी में उतरवाए गए और उन्हें लाठी से पीटा गया। यह मामला असम के दारंग जिले का है। दरअसल इन महिलाओं के मुस्लिम भाई के खिलाफ हिंदू महिला को जबरन अपने पास बंधक बनाने का मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने इन तीनों बहनो को गिरफ्तार किया था।
पुलिसवाले सस्पेंड
असम के डीजीपी कुलधर सैकिया ने बताया कि थाने पर तैनात सब इंस्पेक्टर महेंद्र शर्मा और महिला कॉस्टेबल बिनीता बोरो को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके किलाफ मंगलवार को आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही इस पूरे मामले की एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है। 10 सितंबर को तीनों में से एक बहन ने अपनी लिखित शिकायत में कहा था कि पुलिस ने उन्हें नंगा किया, हमारे साथ यौन शोषण किया, हमारे निजी अंगो को छुआ।
आधी रात में घर से उठाया
तीनों बहनों की उम्र 28, 30, 18 वर्ष है, जिन्हें 9 सितंबर को रात 1.30 बजे उनके घर से पुलिस ने कस्टडी में लिया था। पुलिस का दावा है कि महिला से पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में लिया गया था क्योंकि यह केस उनके भाई के खिलाफ हिंदू महिला को बंधक बनाने का था। जिस महिला ने शिकायत दर्ज कराई उसने बताया कि हम अपने भाई से संपर्क नहीं कर सके हैं। इसके बाद उनका भाई पुलिस स्टेशन पहुंचा और उसने पूछा कि मेरी वजह से मेरी बहनों के साथ क्यों मारपीट की गई, इसपर पुलिस ने उसे भी पीटा। महिला ने बताया कि उनका भाई और महिला दोनों का अफेयर है।
आरोपी गिरफ्तार
दरांग के एसपी अमृत भूयान ने बताया कि अपहरण का मामला महिला के परिवार के खिलाफ 6 सितंबर को दर्ज कराया गया था। लेकिन अब आरोपी भाई को हिरासत में ले लिया गया है। पीड़िता ने बताया कि उसके भाई का महिला के साथ दो वर्ष से अफेयर है। दूसरी बहन ने बताया कि हमारे पास अफेयर के सबूत हैं, उसे किडनैप नहीं किया गया है। वहीं जब हिंदू महिला वापस आई तो उसने पुलिस को बताया कि उसे जबरन ले जाया गया था।
पीड़िता ने लगाए संगीन आरोप
पीड़िता ने अपने शरीर के घाव की तस्वीरों को दिखाया, उसने बताया कि जब हमने शर्मा से पूछा कि आप हमे क्यों ले जा रहे हैं तो उसने हमपर पिस्तौल तान दी और कहा कि ज्यादा सवाल मत पूछो। मेरे पति को पुलिस ने जेल में बंद कर दिया और मेरे सामने मेरी बहन को नंगा किया गया। मेरी बहन के बाएं पैर में कुछ दिक्कत है, लेकिन उसके इसी पैर पर पुलिस ने मारा। हमने पुलिस को बताया कि मेरी बहन गर्भवती है, लेकिन शर्मा ने कहा कि ज्यादा नाटक मत करो। पीड़िता का कहना है कि हमे न्याय चाहिए।