असम में NRC डेटा हुआ ऑफलाइन, सरकार ने कहा- डेटा सुरक्षित है
नई दिल्ली। देश में इन दिनों राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर राजनीतिक बहस जारी है। इस बीच, असम में एनआरसी की अंतिम सूची के सभी डेटा आधिकारिक वेबसाइट से ऑफलाइन होने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, एनआरसी के सभी डेटा ऑफलाइन होने पर असम के अधिकारियों का कहना है कि चिंता करने की कोई बात नहीं है। जबकि गृह मंत्रालय ने भी कहा है कि एनआरसी के सभी डेटा सुरक्षित हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने कहा कि एनआरसी का डेटा सेफ है, क्लाउट विजिबिलिटी को लेकर कुछ तकनीकी खामियां हैं, इसे तुरंत ठीक कर लिया जाएगा। वहीं, एनआरसी के सभी डेटा ऑफलाइन होने पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भी आई। कांग्रेस पार्टी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। बता दें कि 31 अगस्त,2019 को प्रकाशित होने के बाद ऑफिशियल वेबसाइट www.nrcassam.nic.in पर वास्तविक भारतीय नागरिकों के नाम और जिनका नाम अपलोड किए गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये डेटा पिछले कुछ दिनों से विजिबल नहीं है। वहीं, लिस्ट ना दिखने से एनआरसी सूची से बाहर लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं। इन लोगों के नाम खारिज किए जाने का सर्टिफिकेट अभी नहीं दिया गया है। पूरे मामले पर एनआरसी के राज्य समन्वयक हितेश देव शर्मा का बयान आया।
उन्होंने माना कि एनआरसी का डेटा वेबसाइट पर नहीं दिखाई दे रहा है। हालांकि, उन्होंने इसे 'दुर्भाग्यपूर्ण इरादा' कहने के आरोपों को खारिज किया। शर्मा ने उकहा कि विप्रो ने डेटा के लिए क्लाउड सर्विस मुहैया कराई थी और ये अनुबंध अक्टूबर तक था। उन्होंने कहा कि पहले के समन्वयक ने इसको रिन्यू नहीं किया इसलिए ये डेटा 15 दिसंबर से ऑफलाइन हो गया है। हितेश देव शर्मा ने कहा कि उन्होंने 24 दिसंबर को कार्यभार संभाला था। शर्मा ने बताया कि वे इस अनुबंध को रिन्यू करने के लिए विप्रो के संपर्क में हैं और अगले कुछ दिनों में कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू हो जाएगा।