महिला पत्रकार ने असम पुलिस पर लगाया बेरहमी से पीटने का आरोप, FB पर शेयर की तस्वीरें
दिसपुर। असम की एक महिला पत्रकार ने प्रदेश की पुलिस पर संगीन आरोप लगाए हैं, पत्रकार का कहना है कि असम पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें बेरहमी से पीटा है। इस महिला पत्रकार का नाम है एमी सी लवाबेई, जिन्होंने पुलिस के खिलाफ आवाज उठाई है। एमी का कहना है कि पुलिस लाठीचार्ज से उन्हें बहुत गंभीर चोटें आई हैं, उन्होंने अपने साथ मार पीट की तस्वीरों को फेसबुक पर शेयर भी किया है।
असम पुलिस, हमलोग पत्रकार हैं.. कोई अपराधी नहीं
न्यूज18 की पत्रकार एमी ने फेसबुक की पोस्ट पर लिखा है कि असम पुलिस, हमलोग पत्रकार हैं, हम लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाते हैं, हम असम-मिजोरम बॉर्डर पर खबर को कवर करने गए थे। हमारे पास कोई हथियार नहीं था और ना ही हम कुछ अनैतिक काम कर रहे थे।
हमारे पास कोई हथियार नहीं था...
हमारा एक मात्र हथियार कैमरा, कलम और एक नोटपैड था, फिर भी तुम लोगों ने बेरहमी से हमें पीटा और गोलियां चलाई। तुमलोगों ने जो किया है वो वहशीपन कहलाता है, प्लीज प्रेस पर हमले करना बंद करो।
असम-मिजोरम बार्डर पर छात्र कर रहे थे प्रदर्शन
आपको बता दें कि 10 मार्च को असम-मिजोरम बार्डर पर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। एमी इसी घटना को कवर करने वहां गई थी।एमी ने कहा कि वह आइजोल से सुबह 6 बजे जा रही थी, उसके साथ दूसरे पत्रकार भी मौजूद थे। सभी पत्रकार छात्रों से आगे थे। इसके बाद पुलिस ने कुछ कहा-सुनी हुई, इसके बाद पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज किया।
फेसबुक की तस्वीरें
फेसबुक की तस्वीरें बयां कर रही हैं कि एमी को गंभीर चोटें आई हैं, फिलहाल उन्हें इलाज के लिए बैरबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। एमी ने अपने दूसरे पोस्ट में कहा है कि वह उन लोगों का शुक्रिया अदा करती हैं जिन्होंने उसका समर्थन किया। एमी का कहना है कि उसके शरीर के जख्म तो भर जाएंगे लेकिन भावनात्मक रूप से इस घटना से उबरने में उन्हें समय लगेगा।