असम में मोटर-ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने 24 घंटे के चक्का बंद को वापस लिया
नई दिल्ली। Assam motor and transport association strike calls off: असम मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रदेश में 24 घंटे के चक्का बंद का आह्वाहन किया था। एसोसिएशन की ओर से 24 घंटे के चक्का बंद को मंगलवार को वापस ले लिया गया है। यह चक्का बंद 27 जनवरी को बुलाया गया था। लेकिन श्रम विभाग द्वारा मांगों को लेकर दिए गए आश्वासन के बाद इस बंद को वापस ले लिया गया है। एसोसिएशन की ओर से साझा बयान जारी करके कहा गया है कि लेबर और ट्रांसपोर्ट कमीश्रर की स्टेट मोटर ट्रांसपोर्ट वर्कर्स की यूनियन के साथ बैठक में आश्वासन दिया गया है कि एक कमेटी का गठन किया जाएगा जोकि असम सरकार द्वारा प्राइवेट वर्कर्स के लिए प्रस्तावित वेलफेयर स्कीम को लागू करेगी। लिहाजा हमने पहले चरण के अपने 24 घंटे के चक्का बंद को वापस ले लिया है।
यूनियन के नेताओं की ओर से कहा गया है कि वेलफेयर स्कीम के साथ प्रशासन ने हमे इस बात का भी भरोसा दिया है कि अन्य मांगो को मानने के लिए भी बातचीत की जाएगी। लेकिन अगर वार्ता विफल होती है तो हमारा विरोध कार्यक्रम फिर से शुरू होगा। साझा बयान में कहा गया है कि ट्रांसपोर्ट वर्कर्स के हित के लिए किसी भी तरह की सरकारी योजना नहीं है, यानि सरकार को मोटर ट्रांसपोर्ट वर्कर के हित के लिए सोचना होगा। एक तरफ जहां सरकार की ओर से किसी भी तरह की सरकारी सुरक्षा इन कर्मियों को नहीं दी जा रही तो दूसरी तरफ इन्हें नए नियम-कानून से शोषित किया जा रहा है।
बता दें कि सोमवार को 11 प्राइवेट मोटर ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन ने ऐलान किया था कि वह चक्का बंद करेंगे। संगठनों का कहना था कि अगर तत्काल उनकी मांगों को लागू नहीं किया जाता है तो वह चक्का जाम करेंगे। आज तमाम ट्रांसपोर्ट वर्कर यूनियन से जुड़े संगठन के प्रतिनिधि प्रशासन के साथ बैठक करेंगे। रिपोर्ट के अनुसार अगर वार्ता विफल होती है और उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता है तो 12 फरवरी और 13 फरवरी को 48 घंटे का चक्का बंद और 25 से 27 फरवरी को 72 घंटे का चक्का बंद किया जाएगा।