असम में मूसलाधार बारिश से भूस्खलन: 3 की मौत, 94 गांव प्रभावित, 80 घर पूरी तरह हो गए बर्बाद
असम में मूसलाधार बारिश से भूस्खलन: 3 की मौत, 94 गांव प्रभावित, 80 घर पूरी तरह हो गए बर्बाद
दिसपुर, 15 मई: असम में लगातार बारिश की वजह से कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। शनिवार (14 मई) को असम के दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग इलाके में मूसलाधार बारिश से इलाके में भूस्खलन की घटनाओं में एक महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इसकी जानकारी दी है। दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग इलाके में बारिश इतनी तेज थी कि भूस्खलन में सड़क का एक हिस्सा भी बह गया है।
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असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि लगातार बारिश के कारण दीमा हसाओ जिले के कई हिस्सों में शनिवार (14 मई) को भूस्खलन हुआ। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि दीमा हसाओ जिले के 12 गांवों से अब तक भूस्खलन की खबर है। हाफलोंग इलाके में करीब 80 घर बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं।
वहीं असम में अब तक छह जिलों कछार, धेमाजी, होजई, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, नगांव और कामरूप (मेट्रो) के 94 गांवों के कुल 24,681 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
#WATCH Torrential rains washed away a portion of a road in the Haflong area in Assam's Dima Hasao district pic.twitter.com/SLZdo1O07B
— ANI (@ANI) May 15, 2022
मरने वालों में नाबालिग लड़की भी शामिल
हाफलोंग से सात किलोमीटर दूर होकाई पुंगची में शनिवार सुबह भूस्खलन से एक नाबालिग लड़की समेत तीन लोगों की मौत हुई। उनकी पहचान पौरामसुइलुंगबे ज़ेमे (49), एक एलपी स्कूल शिक्षक, उनकी बेटी कांचीले जेमे (कक्षा- 4) और केसेटुंग जेमे (34) के रूप में हुई है।
सड़के प्रभावित, बिजली की लाइनें भी गिरी
पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है और हाफलोंग के कई हिस्से बारिश के पानी से भर गए हैं। बारिश का पानी ओवरफ्लो होने से सड़कें भी प्रभावित हैं। लंका-हाफलोंग रोड पर कई जगहों पर भूस्खलन यात्रियों के लिए अनिश्चितता का कारण बन रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बिजली की लाइनें भी गिरी हैं, जिससे खतरा बढ़ गया है।
वहीं डिम्ब्रूचेरा के पास हरंगाजाओ में भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से कट गया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण हाफलोंग और उसके आसपास के कई घर भी प्रभावित हुए हैं। माईबांग, माहूर और हरंगाजाओ जैसे स्थानों से जतिंगा, माहूर और दीयुंग जैसी नदियों और उनकी सहायक नदियों के उफान से होने वाले नुकसान की खबरें आ रही हैं।