गुरुग्राम: 'पुलिस स्टेशन में असम की महिला के उतारे कपड़े, बेल्ट-डंडे से पीटा'
नई दिल्ली। गुरुग्राम पुलिस द्वारा असम की महिला के साथ अमानवीय बर्ताव करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि असम की महिला के साथ गुरुग्राम पुलिस स्टेशन में कपड़े उतारे गए और उसे जेल के भीतर पीटा गया। घटना सामने आने के बाद गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की विभागीय जांच का आदेश दिया है। डीएलएफ फेज 1 स्टेशन हाउस ऑफिसर को विभागीय जांच का जिम्मा दिया गया है।
चोरी का आरोप
जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय असम की महिला जोकि गुरुग्राम के डीएलएफ फेज 1 इलाके में घर में काम करती थी उसे मंगलवार को पुलिस चोरी के आरोप में पुलिस स्टेशन लेकर गई थी। जिस घर में महिला काम करती थी, वहां रहने वाली महिला ने असम की महिला पर चोरी का आरोप लगाया था। पीड़िता के पति ने बताया कि एएसआई मधुबाला ने मेरी पत्नी को फोन करके पुलिस स्टेशन बुलाया था। जब मेरी पत्नी पुलिस स्टेशन पहुंची तो उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और उसके कपड़े उतारकर बुरी तरह से पीटा गया। उसे पुलिसवालों ने बेल्ट और लाठी से मारा। पुलिसवालों ने उसे जबरन चोरी का आरोप कबूल करने को कहा, जबकि मेरी पत्नी ने चोरी नहीं की थी।
प्रदर्शन किया
महिला और उसके पति ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने महिला के प्राइवेट पार्ट पर भी हमला किया। घटना सामने आने के बाद नॉर्थ ईस्ट के लोगों ने गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकील के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस की ओर से इस मामले की विभागीय जांच का आदेश दिया गया है। पुलिस की ओर से चारों आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ जांच का आदेश दे दिया गया है, साथ ही चारो को पुलिस लाइन्स भेज दिया गया है।
जांच का आदेश
गुरुग्राम पुलिस के पब्लिक रिलेशन अधिकारी सुभाष बोकन ने बताया कि हमे इस बात की शिकायत मिली थी कि डीएलएफ फेज 1 में पुलिसवालों ने महिला के साथ अभद्रता की है, आरोपियों को पुलिस लाइन्स भेज दिया गया है। आरोपी पुलिस अधिकारी एसएचओ सवित कुमार, एएसआई मधुबाला, हेड कॉन्सटेबल अनिल कुमार और महिला कॉस्टेबल कविता को पुलिस लाइन्स भेज दिया गया है।