असम में इस साल 12वीं से पीजी तक सभी को फ्री एडमिशन, हॉस्टल मेस और किताबों के लिए भी पैसा देगी राज्य सरकार
नई दिल्ली। असम सरकार ने कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे छात्रों को बड़ी राहत दी है। राज्य सरकार ने 12वीं से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट लेवल तक सभी एडमिशन फ्री करने का ऐलान किया है। मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी दाखिला लेने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। संस्थानों के प्रोस्पेक्टस और प्रवेश पत्र भी ऑनलाइन एकदम फ्री उपलब्ध होंगे।
हॉस्टल मेस, किताबों के लिए भी मदद
इसके साथ-साथ असम सरकार हॉस्टलों में रहने वाले छात्रों को 1000 रुपए भी देगी। छात्रावास में रहने वाले छात्रों को मेस शुल्क के भुगतान के लिए 1,000 रुपए मासिक मिलेगा। यह पैसा 12 महीने के लिए हॉस्टल मेस बकाया के तहत क्रेडिट होगा। इसके अलावा पाठ्यपुस्तक खरीदने के लिए भी 1000 रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा इस साल दसवीं पास करने वाले हर विद्यार्थी को 20-20 हजार रुपए भी असम सरकार देगी।
इस साल छात्रों के लिए पारिवारिक आय मसला नहीं
असम के शिक्षामंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए कहा है कि राज्य के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, पॉलीटेक्निक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के दौरान प्रवेश निशुल्क होगा ताकि कोविड-19 के कारण लागू लॉकडाउन से प्रभावित हुए छात्रों के अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ ना पड़े।अतिरिक्त शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम उन छात्रों को मुफ्त दाखिला देते थे जिनकी सालाना पारिवारिक आमदनी 2 लाख रुपए से कम होती थी।
कॉलेज किसी तरह की कोई फीस नहीं मांग सकते
असम के शिक्षामंत्री ने कहा, इस साल कोरोना संकट के चलते स्थिति काफी अलग है। लॉकडाउन के चलते ज्यादातर लोगों की माली हालत पर इसका असर है। इसलिए सरकार ने फैसला लिया है कि इस बार हर किसी के लिए दाखिला मुफ्त रहेगा, इसमें परिवार की आय का कोई मसला नहीं होगा। छात्रों को सिर्फ फॉर्म भरना होगा और मेरिट लिस्ट के मुताबिक दाखिला लेना होगा। कोई भी संस्थान उनसे फीस नहीं मांग सकता है। प्रॉस्पेक्टस या लाइब्रेरी फीस या दूसरी तरह को कोई भी शुल्क इस साल स्कूल कॉलेज नहीं मांग सकते हैं।