Coronavirus: असम सरकार ने शिक्षकों को दिया आदेश, WhatsApp पर बच्चों को पढ़ाएं
असम। भारत में कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी शिक्षण संस्थानों को बंद किया गया है। इस दौरान बच्चों की पढ़ाई को कोई नुकसान ना पहुंचे, इसके लिए असम सरकार ने शिक्षकों को आदेश दिया है। उनसे कहा गया है कि वह व्हाट्सएप के जरिए बच्चों को पढ़ाएं। सरकार के आदेश के अनुसार, इंस्टीट्यूट के हेड और शिक्षकों को व्हाट्सएप पर एक ग्रुप बनाना होगा। जिसमें बच्चों के माता-पिता/अभिभावक शामिल होंगे। ग्रुप्त को कक्षा के अनुसार बनाया जा सकता है।
इसके अलावा गूगल क्लासरूम जैसी तकनीक की मदद भी ली जा सकती है। असम राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों के बीच सीखने के अंतराल को पूरा करने और स्कूल छोड़ने की संभावना को कम करने के लिए ये पहल की गई है। राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थानों को 29 मार्च तक बंद कर दिया है। अगर किसी बच्चे के माता-पिता के पास फोन नहीं है तो वह अपने इलाके में रहने वाले किसी भी शख्स की मदद ले सकते हैं।
राज्य सरकार ने शिक्षकों को होमवर्क सहित अन्य शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने को कहा है। बच्चों को घर से ही होमवर्क करना होगा और शिक्षक इसकी फोन से ही जांच करेंगे। शिक्षक पढ़ाते हुए किसी विषय पर वीडियो भी शेयर कर सकते हैं। उसके अलावा अगर किसी बच्चे को फोन से पढ़ने में परेशानी होती है तो शिक्षकों को उनकी मदद के लिए उनके घर का दौरा करने को कहा गया है। इसके साथ ही शिक्षकों को ये भी कहा गया है कि वह बच्चों और उनके माता-पिता को कोरोना वायरस को लेकर जागरुक भी करें।
असम सरकार ने पहले ही सभी शैक्षणिक संस्थान, सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल, जिम, शराब बार, सैलून, नाइट क्लब, सभी राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के एकत्रित होने और प्रवेश करने पर बैन लगा दिया है। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टॉप, भूटान के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग का आदेश भी दे दिया है। हालांकि असम में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है।
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