Assam Flood: घर के पलंग पर दिखा बाढ़ के बाद काजीरंगा पार्क से भागा बाघ
नई दिल्ली। असम में बाढ़ के कहर ने लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। बाढ़ में मरने वालों की संख्या 20 पहुंच गई है। इसके चलते काजीरंगा नेशनल पार्क के जानवर भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से बचकर कई जानवर इधर उधर भागे। यहीं से भागा एक बाघ नेशनल हाइवे पर मौजूद एक घर में जा घुसा और पलंग पर आराम करने लगा।
बाघ को शांत करने की योजना में जुटी टीम
वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने ट्विटर पर लोगों को एक बाघ के भाग निकलने की जानकारी दी और उसकी तस्वीर भी शेयर की। घर के पलंग पर आराम कर रहे शेर की फोटो के साथ कैप्शन में लिखा था- 'पशु चिकित्सक डॉ. समशुल अली असम वन विभाग के साथ बाघ को शांत करने के लिए एक योजना बनाने में व्यस्त हैं। दरअसल बाघ ने एक घर में प्रवेश किया है और वह एक बिस्तर पर आराम कर रहा है।' ट्रस्ट ने इस बाघ से जुड़े कई ट्वीट किए।
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काजीरंगा नेशनल पार्क में कम हुआ बाढ़ का असर
हाल ही में वन अधिकारियों ने बताया था कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (एक सींग वाले गैंडे का घर) का 95 प्रतिशत हिस्सा बाढ़ से प्रभावित हुआ है। बता दें कि अब ये पानी धीरे धीरे निकलने लगा है। पिछले दो दिनों में बाढ़ से 17 जंगली जानवरों की मौत हुई है। जानवरों को डूबने से बचने के लिए पार्क से बाहर निकलते देखा गया था। राज्य में कृषि गतिविधियां भी प्रभावित हुई हैं, जिससे लगभग 90,000 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। राज्य सरकार के अनुसार, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए 380 कर्मियों वाली 15 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें तैनात की गई। राज्य के स्वास्थ्य विभागको भी चिकित्सा मुद्दों को संबोधित करने का निर्देश दिया गया है।
बाढ़ पीड़ितों की मदद में जुटी सेना
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने कहा कि राज्य के मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों को बाढ़ पीड़ितों की मदद करने और व्यक्तिगत रूप से बचाव कार्यों की निगरानी करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा सेना भी लोगों की मदद के लिए जुटी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को सोनोवाल को बुलाया था। मुख्यमंत्री ने उन्हें बाढ़ से हुए बड़े पैमाने पर विनाश से अवगत कराया, और राहत के उपायों का विवरण दिया। केंद्र सरकार ने राज्य को इस संबंध में हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने इससे पहले NDRF सहित केंद्रीय एजेंसियों को निर्देश दिया था कि वे बचाव और पुनर्वास के प्रयासों में मदद करने में कोई कसर न छोड़ें।
बाढ़ पीड़ितों की मदद में जुटी सेना
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने कहा कि राज्य के मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों को बाढ़ पीड़ितों की मदद करने और व्यक्तिगत रूप से बचाव कार्यों की निगरानी करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा सेना भी लोगों की मदद के लिए जुटी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को सोनोवाल को बुलाया था। मुख्यमंत्री ने उन्हें बाढ़ से हुए बड़े पैमाने पर विनाश से अवगत कराया, और राहत के उपायों का विवरण दिया। केंद्र सरकार ने राज्य को इस संबंध में हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने इससे पहले NDRF सहित केंद्रीय एजेंसियों को निर्देश दिया था कि वे बचाव और पुनर्वास के प्रयासों में मदद करने में कोई कसर न छोड़ें।
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