पार्टी में गुटबाजी का आरोप लगाते हुए बीजेपी विधायक ने किया पार्टी छोड़ने का ऐलान
गुवाहाटी। असम भाजपा के विधायक शिलादित्य देव ने रविवार को उपेक्षा और नेताओं पर गुटबाजी करने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। अक्सर कई मुद्दों पर आपत्तिजनक बयान देकर बराबर सुर्खियों में रहने वाले विधायक ने कहा कि पार्टी में सीनियर नेताओं को साइड लाइन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह अगले साल विधानसभा चुनाव तक बतौर विधायक अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
होजाई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिलादित्य देव ने कहा कि, मैं 30 सालों से भाजपा में हूं। लेकिन आजकल हम जैसे लोगों का कोई महत्व नहीं है। कोई नहीं कह सकता कि मुझे मंत्री बनाये जाने के लिए मैंने कभी लामबंदी की। मैंने 17 सालों तक दिल्ली में काम किया और मंत्रालय में भी। उन्होंने कहा, लेकिन आज स्थिति पैदा की जा रही है कि हमें (राजनीतिक रूप से) समाप्त कर दिया जाए। ऐसे में बेहतर है कि मैं अपनी प्रतिष्ठा के साथ चला जाऊं।
शिलादित्य देव ने कहा कि, अपने शुभेच्छुओं के साथ विचार-विमर्श के बाद मैं 14 जुलाई से भाजपा से सेवानिवृत्त हो जाऊंगा लेकिन मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। उन्होंने साफ किया कि वो कांग्रेस या फिर AIUDF में शामिल नहीं होंगे और लोगों के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वो पार्टी से रिटायर हो रहे हैं, विधायकी से नहीं। वो अपना रिपोर्ट कार्ड अक्टूबर में सबमिट करेंगे।
उन्होंने साथ ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर भी आरोप लगाया कि वो उनकी अनदेखी कर रहे हैं। शिलादित्य ने कहा, "उन्होंने मुझे कहा था कि वो कुछ देर में मुझसे फोन पर बात करेंगे, लेकिन उनकी कॉल नहीं आई है। मैंने उन्हें वॉट्सऐप पर मैसेज किया है कि मैं 14 जुलाई को रिटायर हो रहा हूं लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि फिलहाल पार्टी में ऐसा कोई नेता नहीं है जो संकट की घड़ी में कोई फैसला ले सके। उन्होंने कहा, आज मैं परेशानी में हूं, तो मैं किसको बताऊं, किससे बात करूं?
जयपुर पहुंचे रणदीप सिंह सुरजेवाला का आरोप, राजस्थान में लोकतंत्र को खरीदना चाहती है बीजेपी