असम: चिड़ियाघर में बाघों को बीफ देने के विरोध में बीजेपी नेता! कहा- 'गाय का मांस नहीं दिया जाए'
असम: चिड़ियाघर में बाघों को बीफ देने के विरोध में बीजेपी नेता, कहा- 'गाय का मांस नहीं दिया जाए'
गुवाहटी: असम में गुवाहाटी के चिड़ियाघर के बाहर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि चिड़ियाघर बड़े जानवरों को बीफ ना दिया जाए और गौ हत्या बंद की जाए। (Assam State Zoo in Guwahati demanding beef ban) सत्य रंजन बोराह, जिनका दावा है कि वो बीजेपी नेता हैं, उनकी मांग है कि चिड़ियाघर में जानवरों खासकर बाघ को बीफ (गाय का मांस) ना परोसा जाए। बीजेपी नेता ने कहा है कि गौ हत्या पर प्रतिबंध लगनी चाहिए और चिड़ियाघर में बाघों को गोमांस खिलाने की प्रथा को भी खत्म किया जाना चाहिए। इसी बात को लेकर उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ सोमवार (12 अक्टूबर) को विरोध प्रदर्शन किया।
सत्य रंजन बोराह के नेतृत्व में सोमवार को गुवाहाटी चिड़ियाघर के मुख्य गेट को कार्यकर्ताओं ने घेरने की कोशिश की थी, जब वहां से बीफ को लेकर एक गाड़ी निकल रही थी।
द प्रिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक चिड़ियाघर के अधिकारियों ने पुलिस की मदद से प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया। विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने मांस ले जाने वाली गाड़ियों को कुछ देर के लिए चिड़ियाघर में जाने से रोक दिया था। हालांकि बाद में पुलिस ने स्थिति पर कंट्रोल किया।
बीजेपी नेता ने कहा- गाय की जगह किसी और जानवर दिया जाए मांस
प्रदर्शनकारियों ने गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की है। सत्य रंजन बोराह ने मीडिया से कहा, हिंदू समाज में गाय को बहुत महत्व दिया जाता है, हम उनकी सुरक्षा करते हैं, लेकिन न चिड़ियाघर में मासाहारी जानवरों को बीफ खिलाया जाता है, सरकार इसे सप्लाई करती है। हमें इस बात से परेशानी है। क्या गौ हत्या की प्रथा खत्म नहीं हो सकती। उन्होंने पूछा क्या गाय की जगह दूसरे जानवरों का मांस क्यों नहीं परोसा जा सकता।
असम के वन मंत्री सुखाबय्यदा ने क्या कहा?
पूरे मामले पर असम के वन मंत्री परिमल सुखाबय्यदा ने कहा कि मांसाहारी जानवरों को बीफ इसलिए खिलाया गया क्योंकि, यह उनके पोषण के लिए जरूरी था। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने तो मांसाहारी जानवरों को भैंस का मांस खिलाने का विकल्प भी चुना है, लेकिन असम के पास वह स्टॉक नहीं था। इसलिए केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक जानवरों को बीफ खिलाया गया है। हमने केंद्र के आदेश के बाद ही ये कदम उठाया है।