असम और मिजोरम वापस बुलाएंगे अपनी पुलिस, केंद्र ने विवादित क्षेत्र में की CRPF की तैनाती
नई दिल्ली, 28 जुलाई। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने बुधवार को असम-मिजोरम के पुलिस बलों के बीच झड़प के बाद दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की। बैठक शाम चार बजे शुरू हुई और ढाई घंटे तक चली। जिसमें निर्धारित हुआ कि असम और मिजोरम अपने-अपने पुलिस बलों को हटा लेंगे और स्थायी समाधान मिलने तक विवादित सीमा स्थल पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा।
बुधवार को केंद्रीय गृह सचिव की ओर से अलग-अलग राज्यों के बीच मध्यस्थता के लिए बुलाई गई इस बैठक में ये फैसला लिया गया। मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने कहा स्थिति शांतिपूर्ण है और हम इसे बनाए रखने की कोशिश करेंगे। हिंसा में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ के साथ बैठक में हिस्सा लिया।
बता दें भारत के दो पूर्वोत्तर राज्यों असम-मिजोरम के बीच विवाद पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है। वहीं दशकों बाद एक बार फिर सीमा विवाद देखने को मिल रहा है। इसी सीमा विवाद के चलते दोनों राज्यों के बीच हिंसक झड़पें और सीमा पर गोलीबारी की घटनाएं हुई।
गृह मंत्री अमित शाह ने मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा और उनके समकक्ष असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के साथ इस सीमा विवाद पर बात भी की थी। इसके दो दिन बाद की पुलिस बलों के बीच सीमा पर हिंसक झड़पें हुई। इस झड़प में कई लोग घायल हो गए। असम पुलिस बल के छह जवान भी शहीद हो गए।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने पर बताया दो घंटे से अधिक की चर्चा के बाद, दोनों राज्य एक तटस्थ बल की तैनाती के लिए सहमत हुए, इसलिए राष्ट्रीय राजमार्ग -306 पर एक केंद्रीय अर्धसैनिक बल तैनात किया जाएगा। इसके बाद, दोनों राज्यों ने अपने सभी पुलिस अधिकारियों को साइट से वापस लेने का फैसला किया और "सौहार्दपूर्ण तरीके से सीमा मुद्दे को हल करने के लिए आपसी चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए।