असम: AASU के सदस्यों ने सीएम सर्बानंद सोनोवाल के काफिले को दिखाए काले झंडे, सामने आया Video
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) के सदस्यों ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को डिब्रूगढ़ के चबुआ में काले झंडे दिखाए गए। बुधवार को सीएम सर्बानंद का काफिला चबुआ से होते हुए जा रहा था जहां एएएसयू के लोग पहले से ही काले झंडे लिए उनका इंतजार कर रहे थे। इस दौरान वहां कई सुरक्षाकर्मी भी मौजूथ थे जो प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश कर रहे थे।
गौरतलब है कि सीएए और एनआरसी को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। असम में इस कानून के खिलाफ पिछले महीने कई स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन भी हुए। असम में प्रदर्शनकारी सीएम सर्बानंद सोनोवाल और बीजेपी के विरोध में कई जगह पर मार्च भी कर रहे हैं। बुधवार को ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के कुछ सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के काफिले को काले झंडे दिखाने का वीडियो भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि युवक हाथ में काला झंडा लिए बार बार काफिले के सामने आ जाते हैं जिन्हें पुलिसकर्मी रोकने की कोशिश करते हैं।
#WATCH Assam: All Assam Students' Union (AASU) workers show black flags to the convoy of Chief Minister Sarbananda Sonowal in Chabua, Dibrugarh. pic.twitter.com/pT98NTEoFp
— ANI (@ANI) January 15, 2020
कांग्रेस
ने
दिया
सोनोवाल
को
ऑफर
नागरिकता
संशोधन
कानून
को
लेकर
केंद्र
सरकार
की
ओर
से
अधिसूचना
जारी
कर
दी
गई
है।
जिसके
बाद
इस
कानून
को
लागू
कर
दिया
गया
है।
इस
कानून
के
लागू
होने
के
साथ
ही
असम
कांग्रेस
नेता
देबब्रत
सैकिया
ने
कहा
कि
अगर
सोनोवाल
अपने
साथ
विधायकों
को
लेकर
भाजपा
छोड़
देते
हैं
तो
उनकी
पार्टी
वैकल्पिक
सरकार
बनाने
में
उनकी
मदद
करेगी।
हम
प्रदेश
में
नई
सरकार
बनाने
में
उनकी
मदद
करेंगे,
नई
सरकार
में
सोनोवाल
ही
मुख्यमंत्री
होंगे।
हालांकि
अभी
तक
इस
पूरे
प्रस्ताव
पर
सोनोवाल
की
ओर
से
कोई
बयान
नहीं
आया
है।
पत्रकारों
से
बात
करते
हुए
सैकिया
ने
कहा
कि
मौजूदा
स्थिति
को
देखते
हुए
सोनोवाल
को
भाजपा
का
दामन
छोड़
देना
चाहिए
और
उन्हें
30
विधायकों
के
साथ
पार्टी
से
अलग
हो
जाना
चाहिए।
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