प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोने पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली। रविवार को बिहार में चमकी बुखार से बच्चों की मौतों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने सोने की खबरों को स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने गलत कहा है। बिहार के ही बक्सर से सांसद चौबे ने सोमवार को दिल्ली में इस बाबत हुए सवाल पर कहा, मैं सो नहीं रहा था कुछ चिंतन-मनन कर रहा था। ऐसे में ये कहना कि मैं सो रहा था, ठीक नहीं है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) से 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। मुजफ्फरपुर में सबसे ज्यादा मौते हो रही हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे थे। डॉ हर्षवर्धन ने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) का दौरा करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी साथ थे। इसी दौरान की कुछ तस्वीरें सामने आई जिसमें चौबे सारी चीजों से बेखबर आंख बंद किए हुए नजर आ रहे हैं।
#WATCH MoS Health and Family Welfare, Ashwini Kumar Choubey on reports of him sleeping during a media briefing of Union Health Minister on Bihar AES deaths: Main manan chintan bhi karta hoon na, main so nahi raha tha. pic.twitter.com/i9p8e37cJJ
— ANI (@ANI) June 17, 2019
इस तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्ष ने भी अश्विनी चौबे की गंभीरता पर सवाल उठाए। आरजेडी ने उनकी इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा, 200 बच्चों की जान जाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे उसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सो रहे हैं। बिहार सरकार के मंत्री भी जम्हाई ले रहे। जाने इनकी मानवीय संवेदना कहां मर गई? सीएम तो गहरी निद्रा में है ही?
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पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा, लगभग 200 परिवारों का आँगन सुना हो चुका है और हजारों बच्चें काल की गोद में है फिर भी डबल इंजन सरकार सो रही हैं।अब तो ईश्वर के भरोसे ही बिहार और देश की आश बची है।
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट किया, सोइये हुज़ूर! ये बच्चे आपके नहीं हैं। इसमें हिन्दू-मुसलमान की राजनीति नहीं हो सकती, तो जग कर आप क्या करेंगे? 5साल बाद इसमें पाक की साजिश ढूंढ लीजियेगा। फिर वोट ले, ऐसे ही गधा बेच सो जाइयेगा। गरीब मां-बाप अपने बच्चों की बेमौत मौत पर रतजगा करें, उनकी आंखों की नींद उड़ जाय। आपको क्या फर्क?
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