जेएनयू हिंसा पर बोले अश्विनी कुमार चौबे- सच सामने आ चुका है, नकाब के पीछे वामपंथी लोग थे
नई दिल्ली। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में 5 जनवरी को नकाबपोशों द्वारा छात्रों की पिटाई का मामले पर बयानबाजी का दौर थमता नजर नहीं आ रहा है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी जेएनयू में हिंसा की घटना पर बयान दिया है और इसकी निंदा की है। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सच्चाई अब सामने आ गई है कि नकाब के पीछे वामपंथी लोग थे।
कुछ राजनीतिक दल युवाओं को हिंसा के लिए उकसा रहे- केंद्रीय मंत्री
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने (लेफ्ट विंग के छात्रों) अपने साथी छात्रों के साथ मारपीट की। कुछ राजनीतिक दल युवाओं को हिंसा के लिए उकसा रहे हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जेएनयू में 5 जनवरी को कुछ नकाबपोशों ने छात्रों और वहां के टीचरों पर हमला किया था, जिसमें कई छात्र-छात्राएं घायल हो गए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है लेकिन किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिसको लेकर विपक्ष लगातार केंद्र और दिल्ली पुलिस पर निशाना साध रहा है।
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दिल्ली पुलिस ने 9 छात्रों को भेजा है नोटिस
वहीं, JNU हिंसा में जांच की प्रक्रिया लगातार आगे बढ़ रही है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने उन 9 छात्रों को नोटिंस भेजा है जिनकी पहचान वायरल वीडियो और फोटो के आधार पर की गई थी। साथ ही 7 और छात्रों की पहचान की गई है। दिल्ली पुलिस ने नोटिस भेजकर उन सभी नौ छात्रों को सोमवार से शुरू हो रही जांच में शामिल होने के लिए कहा है। कमला मार्केट स्थित क्राइम ब्रांच के एसआईटी ऑफिस में उन्हें पेश होने के लिए कहा गया है।
5 जनवरी की घटना के बाद सियासत गरमाई
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के लिए पेश ना होने वाले छात्रों को दोबारा नोटिस जारी कर तलब किया जाएगा। बता दें कि जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हुआ। देश के अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र भी इसमें शामिल हुए। राजनीतिक दलों के हस्तक्षेप के बाद इस विवाद ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। दूसरी तरफ, जेएनयू में हिंसा को लेकर वामपंथी छात्र संगठन और एबीवीपी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।