एयर इंडिया के सीएमडी अश्विनी लोहानी ने लिखा खुला खत, कहा- आर्थिक रूप से विकलांग बनाते हैं प्रतिबंध
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया के सीएमडी अश्विनी लोहानी ने एक खुला खत लिखा है। इस खुले खत में उन्होंने कहा है कि एक एयरलाइन होने के नाते हम एक प्रतिस्पर्धी माहौल में काम करते हैं जहां हमारे प्रतियोगियों को प्रक्रियाओं और प्रतिबंधों को लेकर विवश नहीं किया जाता है। कंपनी पर लगे प्रतिबंध आर्थिक रूप से और ऑपरेशनली विकलांग बनाते हैं।
इस पत्र में लोहानी ने कहा कि जैसा कि आप सभी जानते हैं कि एयर इंडिया वित्तीय संकट से जूझ रही है। उन्होंने लिखा है कि तमाम समस्याओं के बावजूद एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। हमारे पास बेहतरीन मानव संसाधन है जिसने दूसरों के लिए उदाहरण पेश किया है। उन्होंने आगे लिखा है, 'जिस तरह सभी कर्मियों ने अभी तक पूरी ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है, उम्मीद है वे आगे भी इसी तरह काम करते रहेंगे।'
ये स्वभाविक है कि हममें से कई लोगों को वर्तमान परिस्थितियों में भविष्य को लेकर चिंता हो रही होगी। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि मैनेजमेंट ने उनकी चिंताओं का संज्ञान लिया है। बता दें कि सरकार ने करीब 58 हजार करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी एयर इंडिया के विनिवेश के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। सरकारी विमानन कंपनी का परिचालन घाटे में बना हुआ है।
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Ashwani Lohani,CMD of Air India writes an open letter stating,"Being an airline we function in a competitive environment in which our competitors are not constrained by procedures & restrictions that we face placing us at a handicap both financially as well as operationally." pic.twitter.com/LBjnwEhvLf
— ANI (@ANI) November 8, 2019
सरकार, एयर इंडिया को बेचने के लिए लंदन और सिंगापुर में रोड शो का आयोजन करने की योजना बना रही है ताकि निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। पिछले साल जब सरकार ने एयर इंडिया की 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए बोली मंगवाई थी, तब भी टाटा समूह द्वारा इसको खरीदने की बात उठी थी। हालांकि, तब समूह इसे खरीदने से पीछे हट गया था।