जेजेपी ज्वाइन करने की अटकलों पर अशोक तंवर ने लगाया विराम, बोले- सिर्फ समर्थन दे रहा हूं
नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की राजनीति में नया समीकरण सामने आया है। राजनीतिक गलियारे में ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद अशोक तंवर ने जननायक जनता पार्टी दुष्यंत चौटाला से हाथ मिला लिया है, हालांकि इन अटकलों पर खुद अशोक तंवर ने विराम लगाते हुए साफ किया कि वह सिर्फ दुष्यंत चौटाला का विधानसभा चुनाव में समर्थन करेंगे, जेजेपा ज्वाइन करने पर अभी कोई विचार नहीं किया है। एक प्रेस कांफ्रेंस में अशोक तंवर और दुष्यंत चौटाला ने अपने नए सियासी रिश्ते का ऐलान किया जिसके बाद उनके जेजेपी ज्वाइन करने की चर्चाएं तेज ही गई थी।
बता दें, हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा के लिए मतदान होना है और 24 अक्टूबर की तारीख को उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। इस चुनावी मौसम में हरियाणा की जनता भी दांव पेंच खेल रही है, मंगलवार को दादरी में एक चुनावी रैली को संबोधित करने पीएम मोदी हरियाणा पहुंचे थे। उनकी रैली में भारी संख्या में भीड़ पहुंची थी। इधर, कांग्रेस का साथ छोड़ चुके अशोक तंवर और दुष्यंत चौटाला के साथ से कांग्रेस और भाजपा को बड़ा झटका लगा है।
तंवर
बोले-
सिर्फ
समर्थन
दे
रहा
हूं
जेजेपी
में
अशोक
तंवर
के
शामिल
होने
की
खबरों
पर
विराम
लगाते
हुए
उन्होंने
कहा
कि
वह
दुष्यंत
को
सिर्फ
विधानसभा
चुनाव
में
समर्थन
देने
आए
हैं
जेजेपी
में
शामिल
नहीं
हो
रहा।
अशोक
ने
भाजपा
और
कांग्रेस
पर
निशाना
साधते
हुए
कहा
कि,
ये
दोनों
ही
पार्टियां
न
एसवाईएल
का
पानी
हरियाणा
लाएंगी
और
न
ही
पाकिस्तान
जा
रहे
भारत
के
हिस्से
का
पानी
किसानों
को
दिलाएंगी।
अशोक
ने
बताया
कि,
अमित
शाह
ने
पिछले
दिनों
वहां
रैली
कैंसिल
की
जहां
भाजपा
की
हालत
कमजोर
है।
यह भी पढ़ें: हरियाणा विधानसभा चुनाव: कांग्रेस नहीं किसी और की नैया डुबोकर हुआ बीजेपी का इतना बड़ा उभार
#WATCH Former MP Ashok Tanwar: I am not going to join Dushyant Chautala’s Jannayak Janata Party, will only support his party. #HaryanaAssemblyPolls pic.twitter.com/LjdNECD17S
— ANI (@ANI) October 16, 2019
इस
वजह
से
कांग्रेस
से
दिया
इस्तीफा
इसी
महीने
5
अक्टूबर
को
अशोक
तंवर
ने
कांग्रेस
से
इस्तीफा
देकर
पार्टी
को
बड़ा
झटका
दिया
था।
उन्होंने
कहा
था,
पार्टी
छोड़ने
का
मुझे
काफी
दुख
है,
उन्हें
भाजपा
सहित
कई
पार्टियों
से
ऑफर
आ
रहे
हैं।
अशोक
तंवर
के
इस्तीफे
के
बाद
पार्टी
से
नाराज
उनके
समर्थक
नेताओं
ने
भी
कांग्रेस
से
इस्तीफा
दे
दिया
था।
सोनिया
गांधी
को
लिखे
पत्र
में
तंवर
ने
कहा
था,
परिश्रमी
कांग्रेस
कार्यकर्ता
जो
किसी
बड़े
घराने
से
नहीं
आते
और
जिनके
पास
पैसा
नहीं
है,
उनका
पार्टी
में
कोई
महत्व
नहीं
है।
कांग्रेस
को
हराना
मेरा
संकल्प
बुधवार
को
अशोक
तंवर
ने
कहा,
मैंने
और
मेरे
साथियों
ने
फैसला
किया
है
कि
हम
जेजेपी
पार्टी
के
दुष्यंत
चौटाला
का
विधानसभा
चुनाव
में
समर्थन
करेंगे।
यह
हमारा
सर्जिकल
स्ट्राइक
है
जिसकी
शुरुआत
हमने
आज
की
है,
मेरी
कांग्रेस
पार्टी
से
कोई
दुश्मनी
नहीं
है
लेकिन
कुछ
ऐसे
लोग
हैं
जिन्हें
मैं
सबक
सिखाना
चाहता
हूं।
उन्होंने
कहा
कि,
मैं
चाहता
हूं
दुष्यंत
चौटाला
हरियाणा
के
मुख्यमंत्री
बनें
और
कांग्रेस
तीसरे-चौथे
नंबर
की
लड़ाई
लड़े।
अशोक
तंवर
ने
विधानसभा
चुनाव
में
कांग्रेस
को
हराने
के
लिए
अपना
पूरा
जोर
लगाने
की
बात
कही
है।
वह
कांग्रेस
को
हराने
के
लिए
किसी
भी
पार्टी
के
प्रत्याशी
या
निर्दलीय
उम्मीदवारों
को
भी
समर्थन
देने
को
तैयार
हैं।