अशोक गहलोत बोले- गांधी परिवार के बगैर बिखर जाएगी कांग्रेस, इसलिए उनका नेतृत्व जरूरी
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी को शिवभक्त और देशभक्त बताया है। इसके अलावा उन्होंने गांधी परिवार को लेकर भी बयान दिया। अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस को एकजुट रखने के लिए गांधी परिवार का नेतृत्व जरूरी है। अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी देशहित में वे किसी भी हद तक जा सकते हैं।
गांधी परिवार का नेतृत्व जरूरी- अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि गांधी-नेहरू परिवार के बिना पार्टी बिखर जाएगी। लिहाजा पार्टी में एकजुटता कायम रखने के लिए उनका नेतृत्व जरूरी है। गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी गरीबों के हित और देशहित के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कभी आलोचना को व्यक्तिगत नहीं लेते हैं।
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आलोचना को व्यक्तिगत नहीं लेते राहुल- गहलोत
गांधी परिवार की तारीफ करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले 30 सालों से इस परिवार के किसी व्यक्ति ने सरकार में कोई जिम्मेदारी नहीं ली है। उन्होंने साल 2004 का जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त ऐसा मौका आया तो सोनिया गांधी ने त्याग करते हुए वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया। गहलोत ने कहा, 'अपने लंबे राजनीतिक अनुभवों के आधार पर ये कह सकता हूं कि गांधी परिवार के बिना पार्टी अलग-थलग हो जाएगी।' उन्होंने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता उनपर विश्वास करते हैं और राहुल गांधी के सवालों के जवाब पीएम मोदी नहीं दे पा रहे हैं।
सचिन पायलट के साथ कोई मतभेद नहीं- गहलोत
अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपने मन की बात थोपते हैं, मन की बात करते नहीं हैं। जबकि राहुल गांधी कहते हैं कि जनता की बात सुनो। राहुल गांधी ने किसानों से जो वादा किया था, उसे पूरा किया। अब न्यूनतम आय गारंटी और स्वास्थ्य के अधिकार की बात राहुल गांधी ने की है और ये दोनों मुद्दे चुनाव में प्रमुखता से उठाए जाएंगे। सचिन पायलट के साथ मतभेद की खबरों पर उन्होंने कहा कि ये केवल मीडिया की बनाई बातें हैं और उनका पायलट के साथ कोई विवाद नहीं है।