अशोक चव्हाण बोले- महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहती है कांग्रेस
मुंबई। बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पर्याप्त संख्या बल ना होने की वजह से महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना सकती है। जिसके बाद राज्य की राजनीति में नया मोड़ देखने को मिल सकता है। कांग्रेस ने साफ किया है, वह नहीं चाहते हैं कि, राज्य में राष्ट्रपति शासन लगे। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता शोक चव्हाण का कहना है कि पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक राज्य में अपने भविष्य के राजनीतिक रुख को लेकर पार्टी आलाकमान से सलाह मशविरा करेंगे।
कांग्रेस महाराष्ट्र में एक स्थायी सरकार के पक्षधर है
मीडिया से बात करते हुए अशोक चव्हाण ने कहा, 'हम जयपुर में हैं। हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और भविष्य के राजनीतिक रुख के लिए सलाह लेंगे। कांग्रेस राज्य में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहती है।' चव्हाण ने कहा कि वह महाराष्ट्र में एक स्थायी सरकार के पक्षधर हैं। इसी बीच एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि, अगर राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया तो हम अगला कदम तय करेंगे। अभी तक हमें शिवसेना से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। आखिरी फैसला कांग्रेस और एनसीपी साथ मिलकर लेगी।
एनसीपी ने समर्थन से पहले शिवसेना के सामने रखी शर्तें
मलिक ने साफ किया कि, हमने अपने विधायकों की बैठक 12 नवंबर को बुलाई है। अगर शिवसेना को समर्थन चाहिए तो उन्हें घोषित करना होगा कि बीजेपी के साथ उनका कोई रिश्ता नहीं है, उन्हें एनडीए से बाहर निकलना होगा। शिवसेना के सभी मंत्रियों को केंद्र सरकार से इस्तीफा देना होगा। बता दें कि बीजेपी नेताओं ने अपने सीनियर नेताओं के साथ बैठक के बाद राज्यपाल से मुलाकात की। गवर्नर से मीटिंग के बाद बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है।
शिवसेना एक बार फिर बोली सीएम तो हमारा ही होगा
महाराष्ट्र में बीजेपी द्वारा सरकार बनाने से इनकार करने के बाद शिवसेना ने एकबार फिर कहा है कि राज्य में सीएम शिवसेना का ही होगा। बता दें कि सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी नेताओं ने आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर कहा कि वे अकेले सरकार नहीं बना सकते हैं। बीजेपी ने सहयोगी शिवसेना पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने राज्य के जनादेश का अपमान किया है। बीजेपी कहा कि शिवसेना चाहे तो एनसीपी या कांग्रेस के साथ सरकार बना सकती है।
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष बोले- शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया, राज्य में हम नहीं बना रहे हैं सरकार