क्या मुसलमानों के कहने पर उद्धव सरकार में शामिल हुई कांग्रेस? अशोक चव्हाण ने ये कहा
नई दिल्ली- हाल के दिनों में महाराष्ट्र में सत्ताधारी कांग्रेस और शिवसेना के बीच कुछ मुद्दों पर हुए विवादों के बीच उद्धव सरकार के मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक चव्हाण ने मुसलमानों को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसे बीजेपी कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति बता रही है। दरअसल, चव्हाण ने नागरिकता संशोधन कानून पर आयोजित एक रैली में खुलासा किया है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस ने उद्धव सरकार के साथ जाने का जो फैसला किया, क्योंकि मुसलमान भी यही चाहते थे। उन्होंने दावा किया कि मुसलमानों ने कहा था कि बीजेपी उनकी पहली दुश्मन है इसीलिए पार्टी ने शिवसेना के साथ सरकार में शामिल होने का फैसला किया। अब बीजेपी इसे कांग्रेस की तुष्टिकरण बताकर शिवसेना पर सवाल दाग रही है।
मुसलमानों के कहने पर सरकार में आई कांग्रेस?
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार में मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक चव्हाण ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार में पार्टी के शामिल होने को लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि जब मुसलमानों की ओर से भी पार्टी से कहा गया कि बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए पार्टी को शिवसेना से हाथ मिलाकर सरकार में शामिल हो जाना चाहिए तब जाकर पार्टी ने ये कदम उठाया। अशोक चव्हाण के इस कबूलनामे वाला विडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री चव्हाण ने ये खुलासा नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ में आयोजित एक रैली के दौरान किया है। गौरतलब है कि अशोक चव्हाण 2008 से 2010 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
'मुस्लिम भाइयों ने भी कहा..सरकार में शामिल हों'
महाराष्ट्र के मौजूदा सरकार में कांग्रेस कोटे के सबसे प्रभावशाली मंत्री अशोक चव्हाण ने नांदेड़ की रैली में महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के फैसले के बारे में पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा है, "बीजेपी को महाराष्ट्र की हुकूमत से रोकने के लिए हम इस सरकार में शामिल हुए हैं, वरना बीजेपी आकर फिर महाराष्ट्र में जो पिछले पांच साल में जो नुकसान हुआ है.... दोबारा वही नौबत महाराष्ट्र में आना नहीं चाहिए.... इसलिए कांग्रेस पार्टी ने फैसला किया...तमाम हमारे मुस्लिम भाइयों ने भी कहा कि आप...हमारी सबसे बड़ी दुश्मन बीजेपी है और बीजेपी को अगर रोकना है तो कांग्रेस को इस सरकार में शामिल होना चाहिए.... तमाम हमारे मुस्लिम भाइयों ने कहा... और इसीलिए कांग्रेस पार्टी आज महाराष्ट्र में हुकूमत में है.."
बीजेपी ने शिवसेना के खिलाफ मोर्चा खोला
अशोक चव्हाण के इस कबूलनामे के बाद भाजपा ने शिवसेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के नेता राम कदम ने कहा है कि 'इस मुद्दे पर शिवसेना चुप क्यों है, अब उसका हिंदुत्व कहां चला गया? क्या वह सत्ता की इतनी भूखी हो गई है कि इस पर कोई टिप्पणी भी नहीं कर सकती।' उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने सभी धर्मों को समान सम्मान दिया है। जबकि कांग्रेस की दलील है कि अगर चव्हाण के भाषण को पूरा सुनें तो वह ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि बीजेपी ने पिछले पांच वर्षों में राज्य में किस तरह से ध्रुवीकरण की कोशिश की है। महाराष्ट्र कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा है कि उनका पूरा भाषण सुनने के बाद यही बात सामने आती है कि वह मुस्लिम तुष्टिकरण की बात नहीं कर रहे थे, बल्कि वह देश में सीएए की वजह से जो हालात पैदा कर दी गई है उसपर बोल रहे थे। उधर उद्धव सरकार की एक और सहयोगी एनसीपी ने इस विवाद से पूरी तरह से किनारा कर लिया है।
इसे भी पढ़ें- भाजपा विधायक का मुसलमानों के खिलाफ विवादित टिप्पणी....मैं तुम्हारी जगह दिखाऊंगा