पीएम मोदी को खुले खत के जवाब में आशा भोसले ने किया मजेदार ट्वीट, बोलीं- 'हरे कृष्णा हरे राम' गाने की इजाजत है?
नई दिल्ली। हाल ही में 49 जानी मानी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे खुले खत में मॉब लिंचिंग की घटनाओं की बात की थी। इस खुले खत में लिखा था कि 'जय श्री राम' एक भड़काऊ युद्ध उद्घोष बन गया है। इस लेटर में कहा गया कि प्रधानमंत्री जी आपने संसद में इस तरह की लिंचिंग की आलोचना की लेकिन ये पर्याप्त नहीं है। इसके जवाब में मशहूर गायक आशा भोसले ने मजाकिया अंदाज में ट्वीट किया है। उन्होंने अपने पुराने गाने 'हरे कृष्णा हरे राम' को लेकर ट्वीट किया है। बता दें कि 49 हस्तियों के इस खत के जवाब में 61 हस्तियों का एक खत भी आया था।
जानिए क्या बोलीं आशा भोंसले?
आशा भोसले ने शुक्रवार को एक ट्वीट के जरिए पीएम मोदी को खुला खत लिखने वाली हस्तियों पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा- दम मारो दम... बोले शुभ श्याम हरे कृष्णा हरे राम...क्या मैं ये सदाबहार गीत परफॉर्म कर सकती हूं या नहीं?। बता दें कि भोंसले ने इस गीत में हरे कृष्णा हरे राम पर जोर दिया है क्योंकि पीएम मोदी को खत लिखने वालों ने 'जय श्री राम' के नारे पर आपत्ति जताई है। हालांकि आशा के इस ट्वीट पर कई लोगों ने उन्हें निष्पक्ष होने और मोदी सरकार का पक्ष लेने की बात कहकर ट्रोल किया।
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बड़ी हस्तियों ने मॉब लिंचिंग पर जाहिर किया था गुस्सा
49 सेलिब्रिटीज ने पीएम मोदी को लिखे खुले खत में मॉब लिंचिंग पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा था कि- 'जय श्री राम' एक भड़काऊ युद्ध बन गया है, 'राम' बहुसंख्यक समाज के लिए पवित्र है। देश में लिंचिंग के मामलों पर मशहूर हस्तियों ने कहा है कि- मुसलमानों, दलितों और और अल्पसंख्यकों की लिंचिंग को तुरंत रोका जाना चाहिए। हम एनसीआरबी के आंकड़े को जानकर हैरान हो गए कि साल 2016 में दलितों से अत्याचार के 840 मामले सामने आए हैं और दोषियों को सजा के मामले में कमी आई है।
''एंटी-नेशनल' या 'अरबन नक्सल' घोषित किया जाता है'
इस लेटर में कहा गया कि प्रधानमंत्री जी आपने संसद में इस तरह की लिंचिंग की आलोचना की लेकिन ये पर्याप्त नहीं है। साथ ही इसमें लिखा था कि- असहमति के बिना कोई लोकतंत्र नहीं है। अगर कोई सरकार के खिलाफ राय देता है तो उसे 'एंटी-नेशनल' या 'अरबन नक्सल' घोषित नहीं कर दिया जाना चाहिए।
जवाब में नया खत भी आया चर्चा में
इस सब के बाद अन्य 61 हस्तियों ने भी खुला खत लिखा है, उन लोगों के लिए जो 'चुनिंदा मामलों में ही आलोचना और विरोध' के लिए सामने आते हैं। साफ है कि ये खत पीएम को खत लिखने वाले 49 लोगों के लिए ही है। इसपर हस्ताक्षर करने वालों में एक्ट्रेस कंगना रनौत, लिरिसिस्ट प्रसून जोशी, क्लासिकल डांसर और सांसद सोनल मानसिंग, इंस्ट्रूमेंटलिस्ट पंडित विश्व मोहन भट्ट, फिल्ममेकर मधुर भंडारकर और विवेक अग्निहोत्री जैसी बड़ी शख्सियतें शामिल हैं। खत का शीर्षक है- 'Against Selective Outrage and False Narratives'। ये नया खत अचानक चर्चा में आ गया था।
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