असदउद्दीन ओवैसी बोले, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली को सेना के हवाले कर दो
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में भड़की हिंसा को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है। राजनीतिक दल सहित कई बड़ी हस्तियों ने इस घटना की निंदा की है। इसी क्रम में मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का भी ट्वीट आया जिसमें उन्होंने हिंसा प्रभावित इलाकों को सेना के हवाले करने की मांग की है। इसके अलावा ओवैसी ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस हिंसा करने वालों के साथ मिली हुई है।
दिल्ली के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में हालात खराब
दिल्ली के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र खजूरी, भजनपुरा, जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग और गोकुलपुरी में सोमवार को दो पक्षों के बीच शुरू हुए पथराव ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। उपद्रवियों ने कई दुकानों का आग के हवाले कर दिया और कई जगह तोड़-फोड़ भी की। मंगलवार तक इस हिंसा से 10 लोगों की जान चली गई जबकि करीब 150 लोग घायल हो गए हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हिंसा पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए उन सभी इलाकों में सेना के तैनाती की मांग की है जहां पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आई है।
The situation in North East Delhi is only getting worse. If @PMOIndia wants to restore peace, it is incumbent on you that Army takes over the area. Cops have abdicated their duty & are colluding with mobs. The only way to secure lives & limbs is to hand over the area to the army
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 25, 2020
असदुद्दीन ओवैसी बोले- सेना के हवाले कर दो
मंगलवार को असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, 'नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में स्थिति बदतर होती जा रही है। अगर प्रधानमंत्री कार्यालय शांति बहाल करना चाहता है तो उसे प्रभावित क्षेत्रों में सेना को तैनात करना होगा। जान-माल की रक्षा करनी है तो इसका एक मात्र यही रास्ता है।' ओवैसी ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि वह हिंसा फैलाने वालों से मिली हुई है। इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने एक अन्य ट्वीट में आरोप लगाया था कि दिल्ली में हुई हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता जिम्मेदार हैं।
Delhi: The latest visuals from violence-hit Bhajanpura area; Section 144 has been imposed in parts of North East Delhi #DelhiViolence pic.twitter.com/nJjptDzUf7
— ANI (@ANI) February 25, 2020
56 पुलिसकर्मी भी घायल
गौरतलब है कि हिंसा की वजह से नार्थ ईस्ट दिल्ली में माहौल बिगड़ता जा रहा है। हालात को देखते हुए वहां धारा 144 लगा दी गई है। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके मौजपुर और ब्रह्मपुरी है। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हालात तनावपूर्ण हैं, इलाके में बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है। प्रदर्शनकारियों ने इलाके में आगजनी और तोड़फोड़ की। इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के 56 पुलिस जवानों को गहरी चोटें आई है। वहीं आला अधिकारी घायल हो गए हैं। दिल्ली पुलिस के हेड कॉस्टेबल रतन लाल की इस हिंसा में मौत हो गई है।
Latest visuals from Chand Bagh area in violence-hit North East Delhi. https://t.co/F6xTzasXuP pic.twitter.com/U8U8WXRspc
— ANI (@ANI) February 25, 2020
दिल्ली हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कल होगी सुनवाई
दिल्ली हिंसा को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसपर सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच सुनवाई करेगी। जस्टिस एसके कौल और जस्टिस केएम जोसेफ इस याचिका पर सुनवाई करने के लिए आज राजी हो गए हैं और इसे सूचिबद्ध कर लिया गया है। अब इस मामले पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। दिल्ली की हिंसा को लेकर भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद, वजाहत हबीबुल्लाह और बहादुर अब्बास नकवी ने कोर्ट में याचिका दायर की है।
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