COVID-19 से मरे लोगों को असदुद्दीन ओवैसी ने बताया शहीद, संबित पात्रा ने कसा तंज
नई दिल्ली- पिछले कई दिनों से दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से निकले तबलीगी जमात के लोगों की हरकत पर देश भर में हड़कंप मचा हुआ है। अब कोरोना वायरस से मरने वालों को शहीद बताकर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने इसपर बहुत बड़ा विवाद छेड़ दिया है। क्योंकि, देश में पहले ही इस जमात को लेकर माहौल बहुत बिगड़ा हुआ है। ऐसे में ओवैसी के बयान पर पात्रा ने जोरदार पलटवार किया है। कुल मिलाकर संकट की इस घड़ी में भी जबर्दस्त राजनीति शुरू हो चुकी है।
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ये शहादत की नई परिभाषा है?- संबित पात्रा
पिछले दो-चार दिनों में देश में कोरोना वायरस के जितने भी नए मामले सामने आए हैं, उनमें से 60 से 65 फीसदी का तार निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात से जुड़ा है। हम ये भी देख रहे हैं कि पिछले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में कोरोना से जंग लड़ रहे डॉक्टरों और पुलिस वालों को समाज के एक वर्ग ने किस तरह से निशाना बनाया है। जब कोविड-19 को मात देने के लिए पूरा देश एकजुट है और उसके खात्मे के लिए लोग घरों में बंद है, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कोराना से बीमार होकर मरने वालों को शहीद कहकर एक नया विवाद शुरू कर दिया है। इसपर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर तंज कसा है, 'ये शहादत की नई परिभाषा है?? तो जो लग निजामुद्दीन के तबलीगी जमात से लौटे हैं क्या ये उन्हें प्रोत्साहित करने का नया तरीका है ?'
क्या अभद्र जमात का हौसला बढ़ा रहे हैं ओवैसी ?
गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज से वापस लौटे तबलीगी जमात के लोगों पर न केवल कश्मीर से लेकर अंडमान तक और मुंबई से लेकर असम तक कोरोना संक्रमण फैलाने का आरोप लग रहा है, बल्कि उनपर उनकी जान की रक्षा के लिए दिन-रात अपनी जान जोखिम में डालने वाले स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस के साथ अभद्रता के भी आरोप लग रहे हैं। कहीं जमात के लोगों पर पुलिसकर्मियों पर थूक फेंकने के आरोप सामने आए हैं तो गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल में जमातियों पर नर्सों के सामने नंगे घूमने और अश्लील इशारे के आरोप लग रहे हैं। कोरोना संकट के इस दौर में देश भर में इन हरकतों पर बहुत ज्यादा गुस्सा है, ऐसे समय में ओवैसी के बयान पर बवाल बढ़ना लाजिमी लग रहा है।
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ओवैसी ने क्या कहा है, सुन लीजिए
दरअसल, ओवैसी की पार्टी ने अपने नेता का एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें वो कोविड-19 से मरने वाले लोगों को शहीद कहते सुने जा सकते हैं। इसी ट्वीट को ओवैसी ने खुद से रिट्वीट कर लिखा है- 'जिस इंसान का इंतकाल वबा की वजह से होता है, इस्लाम में उसका दर्जा शहीद का होता है....'
कोरोना का हेडक्वार्टर साबित हो रहा है जमात का मरकज
गौरतलब है कि दिल्ली में तबलीगी जमात में लॉकडाउन के बावजूद भी 2000 से ज्यादा लोग जुटे हुए थे और बार-बार मना करने पर भी वह भीड़ खत्म करने को राजी नहीं थे। बाद में उन्हें जबरन निकाला गया और उसके सरगना मौलाना साद के खिलाफ जब मामला दर्ज किया गया तो वह वहां से फरार हो गया। इससे पहले यहां से ऐसे कई कथित ऑडियो और वीडियो मैसेज आ चुके थे, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने की बात कही गई थी। अब जानकारी सामने आ रही है कि इस मरकज में शामिल हुए सैकड़ों लोग कोविड-19 पॉजिटिव हैं, जिनमें 10 से ज्यादा तो दम भी तोड़ चुके हैं।
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