गुजरात में यूनिफार्म सिविल कोड पर बरसे ओवैसी, कहा- वोट के लिए मुद्दा उठा रही बीजेपी
Uniform Civil Code: गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी सरकार समान नागरिक संहिता (यूनिफार्म सिविल कोर्ड) लागू करने के लिए एक कमेटी का गठन करेगी। चुनाव से पहले बड़ा दांव खेलते हुए सरकार की कैबिनेट बैठक में यूनिफार्म सिविल कोर्ड लागू करने के लिए एक कमेटी बनाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है। सरकार के इस फैसले की एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ी आलोचना की है। ओवैसी ने कहा कि वोट पाने के लिए, विफलताओं को छिपाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार आने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में वोट हासिल करने के लिए यूनिफार्म सिविल कोर्ड का मुद्दा उठा रही है। इंडिया टुडे से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, "मुझे कोई ताजुब नहीं है, भाजपा की यह पुरानी आदत है, कि जब कभी चुनाव आते है तो इस तरह के मुद्दों को उठाती है। अपनी सियासी रोटी सेंकने के लिए। मुझे इसमें हैरानी नहीं है। यह अपेक्षित है। वो और भी कुछ करेंगे।"
ओवैसी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि "बीजेपी असल मुद्दों पर बातचीत नहीं करना चाहती। वे गुजरात में कोविड -19 महामारी के समय बुरी तरह नाकाम रहे। लोगों को ऑक्सीजन बेड पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा, जिससे उनकी मौत हो गई। और अब रोजगार और महंगाई लोगों को परेशान कर रही है। ओवैसी ने जोर देकर कहा कि बीजेपी अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए यूसीसी ला रही है।
Uniform Civil Code: गुजरात चुनाव से पहले यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू कर सकती है BJP सरकार
यूनिफॉर्म सिविल कोड क्या है?
यूनिफॉर्म सिविल कोड का अर्थ है कि भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होना। चाहे वो किसी भी धर्म या जाति से वास्ता क्यों ना रखता हो। समान नागरिक संहिता जिस राज्य में लागू होगी, उस राज्य में शादी, तलाक और प्रॉपर्टी बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक ही कानून लागू होगा।