दहेज मांगे जाने से तंग आकर खुदकुशी करने वाली आयशा पर ओवैसी का बयान हुआ वायरल, लोग बोले- दिल जीत लिया
हैदराबाद। अहमदाबाद की आयशा नाम की महिला ने हाल ही में साबरमती नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। जान देने से ठीक पहले आयशा ने अपना एक वीडियो बनाते हुए बताया था कि कैसे उसे पति और ससुराल के लोग दहेज के लिए तंग कर रहे हैं, जिसके चलते वो जिंदगी खत्म कर रही है। आयशा का ये आखिरी वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ है। आयशा की मौत को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने इस पूरे मामले पर जो बयान दिया है, वो लोगों को खूब पसंद आ रहा है और इसे सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है।

क्या कहा है असदुद्दीन ओवैसी ने
हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक सभा में आयशा की मौत का जिक्र करते हुए कहा, अहमदाबाद से एक बच्ची का वीडियो आया है, जिसने खुदकुशी कर ली। ये बहुत दर्दनाक है। उस बच्ची (आयशा) पर जुल्म किया गया और इस कदर उसको परेशान कर दिया गया कि उसने जिंदगी खत्म कर ली। मैं तो अल्लाह से दुआ करूंगा कि उस बच्ची पर जुल्म करने वालों को बर्बाद कर दे।
ओवैसी ने आगे कहा, मैं आप तमाम से अपील करता हूं कि आप किसी भी मजहब के मानने वाले हों लेकिन इस दहेज के लालच से दूर रहो। इस दहेज को खत्म करो। ये समझ लो कि बीवी पर जुल्म करना, उस पर हाथ उठाना और उससे पैसा मांगना मर्दानगी नहीं है। समझ नहीं आता कि क्या हो गया है, बच्चियों को मारकर मर्द बन रहे हो, क्या इंसानियत मर चुकी है। दुनिया की नहीं तो मरने के बाद की सोचिए कि अल्लाह को क्या मुंह दिखाओगे।

तुम एक बाप की तकलीफ नहीं समझ सकते
ओवैसी ने कहा, एक पिता की तकलीफ तुम नहीं समझ सकते। दहेज के चलते कैसे लोग परेशान होते हैं, मैं कई ऐसे बुजुर्गों को जानता हूं जो जिंदगी के आखिरी वक्त में मेरा हाथ पकड़कर कहते हैं असद साहब बच्ची की शादी है कुछ इंतजाम करवा दो। उनके दर्द को समझो और इस दहेज को बंद करो। ओवैसी ने कहा, अल्लाह के रसूल ने कहा था कि बेहतरीन इंसान वो है जो अपने घरवालों से अच्छा बर्ताव करे, मैं उन तमाम मुसलमानों से अपील कर रहा हूं कि अपने रसूल की तो सुनिए।

लोगों ने की तारीफ
आयशा की मौत पर ओवैसी के इस बयान को सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है। लोग इसका वीडियो शेयर करते हुए कह रहे हैं कि नेताओं को इस तरह सामाजिक मुद्दों पर स्पष्टता से बोलना चाहिए और लोगों को जगाने की कोशिश करनी चाहिए। ना कि सिर्फ वोट मांगने तक खुद को सीमित रखना चाहिए।