'हिंदू राष्ट्र' वाले बयान पर ओवैसी ने कहा- असुरक्षित महसूस कर रहे हैं मोहन भागवत
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के 'भारत एक हिंदू राष्ट्र है' बयान पर AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि संघ प्रमुख की यह कल्पना पूरी तरह हिंदू वर्चस्व पर आधारित है, वह देश को सिर्फ हिंदुओं का देश बनाना चाहते हैं, या तो वह असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
विजय दशमी के अवसर पर RRS अध्यक्ष मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया जहां उन्होंने अपने बयान में कहा कि 'भारत एक हिंदू राष्ट्र है'। उनके इस बयान की AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आलोचना की है और ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने लिखा कि, हिंदू राष्ट्र RSS का सपना है, हिंदू राष्ट्र की कल्पना पूरी तरह देश में हिंदू वर्चस्व को कायम करने का विचार दर्शाती है। इसका मतलब यह हुआ कि जो हिंदू नहीं है उसे दबाया जाएगा और वह सिर्फ अल्पसंख्यक बनकर ही देश में रह सकता है।
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उन्होंने आगे लिखा, मोहन भागवत के बायान से यह साबित होता है कि वह अल्पसंख्यक विरोधी हैं और भारत में सिर्फ हिंदुओं का ही वर्चस्व चाहते हैं। ओवैसी ने कहा कि संविधान में इंडिया को भारत कहा गया है जहां देश के सभी धर्मों को समान अधिकार दिया गया है। हिंदू राष्ट्र की कल्पना असुरक्षा से उत्पन्न हुआ विचार है।
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बता दें, मंगलवार को पूरे देश में विजय दशमी मनाया जा रहा था इसी मौके पर नगपूर में आयोजित एक कार्यक्रम को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संबोधित करते हुआ कहा कि मॉब लिंचिंग की घटना में कोई भी संघ का कार्यकर्ता शामिल नहीं होता। इसी कार्यक्रम में भागवत ने भारत को हिंदू राष्ट्र बताया, उन्होंने कहा कि 'भारत एक हिंदू राष्ट्र है' संघ अपने इस विचार पर अडिग है। ओवैसी के अलावा हैदराबाद के एक और सांसद ने भागवत के मॉब लिंचिंग वाले बयान पर निशाना साधा है।