पुलवामा हमले पर विवादित बयान के बाद सिद्धू ने भाजपा को याद दिलाई 'मसूद अजहर की रिहाई'
नई दिल्ली। कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के शहीद होने के बाद अपने बयान को लेकर पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू बुरी तरह से घिर गए हैं। पाकिस्तान के खिलाफ न बोलने को लेकर उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाए जा रहे हैं। सिद्धू के बयान को लेकर बीजेपी की ओर से भी लगातार हमले हो रहे हैं। यहां तक कि बीजेपी नेता तजिंदर पाल बग्गा ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'सिद्धू जी आपके लिए पायल भेजी है उपहार में, पहन के अपने यार दिलदार इमरान खान की धुन पर नाचिए।' बग्गा ने सिद्धू के चंडीगढ़ के पते पर पायल भेजी है। ऐसे में सिद्धू ने जवाब देते हुए बीजेपी पर हमला किया है।
सिद्धू ने याद दिलाई मसूद अजहर की रिहाई
लगातार हमलों का शिकार हो रहे सिद्धू ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए 20 साल पहले की मसूद अजहर की रिहाई याद दिलाई। उन्होंने कहा कि- जो लोग मुझे देशद्रोही बता रहे हैं वो लोगों को बताएं कि मसूद अजहर को पाकिस्तान को किसने सौंपा था? इतने सालों से बीजेपी मसूद को वापस पकड़ने के लिए क्या कर रही है। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया था। राष्ट्रीयता सबसे बड़ा धर्म है और मैं अपने राष्ट्र के साथ खड़ा हूं। मैं अपने देश की भावनाओं को समझता हूं। भारत की आवाज मेरी आवाज है और मैं अपनी पार्टी के स्टैंड के साथ भी मजबूती से खड़ा हूं।
'हिम्मत है तो आरोपी को सबके सामने लटकाओ'
सिद्धू ने आगे कहा कि मुट्ठीभर घटिया लोगों के कारण मासूम लोगों, महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों का सजा नहीं मिलनी चाहिए। ये सिख गुरुओं की सीख और मानवता के कानून के खिलाफ है। इसके साथ ही मैं हमलावरों के कड़ी सजा की मांग करता हूं। सिद्धू ने आगे सरकार पर हमला करते हुए कहा कि- अगर आपमें हिम्मत है तो आरोपी को वापस पकड़कर लाइये और उसे सरेआम लटकाइये। भारत की शांति और विकास मुट्ठीभर आतंकियों के कारण खराब नहीं होना चाहिए।
इस तरह हुई थी मसूद अजहर की रिहाई
सिद्धू मसूद अजहर की जिस रिहाई की बात कर रहे हैं वो मामला 24 दिसंबर 1999 का है जब भारतीय एयरलाइन को आतंकियों ने हाइजैक कर लिया था। भारतीय जेलों में बंद चरमपंथियों की रिहाई की मांग मनवाने के लिए किया गया ये हाईजैक 8 दिनों तक चला था। इस दौरान 180 यात्रियों के छुड़ाने के लिए भारत सरकार को आतंकी सरगना मसूद अजहर को रिहा करना पड़ा था। उस समय लाल कृष्ण आडवाणी गृहमंत्री थे। हालांकि इस बीच अपहरणकर्ताओं ने एक 25 साल के यात्री को चाकुओं से गोदकर मार दिया था। इस विमान में विदेशी यात्रियों के अलावा ज्यादातर भारतीय यात्री थे।
सिद्धू के किस बयान पर मचा था बवाल
पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है। वहीं कई बड़ी हस्तियां भी मामले पर बयान दे रही हैं। इसी कड़ी में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि 'क्या कुछ लोगों की करतूत के लिए पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। आतंकवादियों का कोई देश नहीं होता, कोई मजहब नहीं होता, कोई धर्म नहीं होता है और कोई जात नहीं होती।' बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में जाने के लिए सिद्धू पहले ही निशाने पर आते रहे हैं।