ओवर स्मार्ट बन रहे थे अरविंद केजरीवाल, चुनाव में पता चल जाएगी हैसियत-कपिल सिब्बल
नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर ओवर र्स्माट बनने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये चुनाव बता देगा कि उनकी वास्तविक स्थिति क्या है। चांदनी चौक से कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने कहा कि ये गठबंधन आप और कांग्रेस दोनों को मदद करता अगर ये दिल्ली तक सीमित होता।
केजरीवाल ने दिलचस्पी नहीं ली
आप और कांग्रेस के गठबंधन पर उन्होंने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि केजरीवाल की गठबंधन में दिलचस्पी नहीं थी। ये पूरी पैंतरेबाजी दिल्ली से परे अपने आधार का विस्तार करने के लिए की गई थी। ये उनका राजनीतिक उद्देश्य था। हम उसका शिकार नहीं हो सकते। यह चुनाव दिखाएगा कि दिल्ली में उनकी हैसियत क्या है? आप ओवर स्मार्ट बनने की कोशिश में थी। वह दिल्ली के साथ अन्य राज्यों में भी गठबंधन करना चाहती थी।
हरियाणा में आप का आधार नहीं
सिब्बल ने गठबंधन पर कहा किदि ल्ली की सात लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 4-3 फॉर्मूले के आधार पर आप के साथ गठबंधन करना चाहती थी। उन्होंने आगे कहा कि वो दिल्ली के बाद पंजाब, गोवा पर बात करने लगे। फिर उन्होंने पंजाब और गोवा को छोड़ दिया हरियाणा पर अड़ गए। हरियाणा में आप की कोई मौजूदगी नहीं है। हमें हरियाणा में उनसे सहमत क्यों होना चाहिए? उन्होनें नई पार्टी जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) के साथ गठबंधन किया। वे ओवरस्मार्ट बनने और ज्यादा चालाक बनने की कोशिश कर रहे थे।
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चुनाव ना लड़ने पर ये कहा
कपिल सिब्बल, जिन्होंने चांदनी चौक लोकसभा सीट से फिर से चुनाव लड़ने में रुचि व्यक्त की थी। वहां से पार्टी ने दिल्ली की तीन बार की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को मैदान में उतारा है। उनसे पूछा गया था कि वह मैदान में क्यों नहीं उतरे। इसके जवाब में उन्होंने तर्क दिया कि मेरे पास अगले 3 वर्षों के लिए राज्यसभा सीट है और अगर मैं लोकसभा चुनाव जीतता तो कांग्रेस राज्यसभा सीट दोबारा नहीं पाती। राज्यसभा में नंबर बहुत महत्वपूर्ण हैं।