केजरीवाल की एक और नई प्रथा- मैट्रो ट्रेन से जायेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने
अपने पार्टी कार्यालय के बाहर केजरीवाल ने मीडिया से कहा, "मैं शपथ ग्रहण समारोह में मेट्रो से जाउंगा।" आप के नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने वाले छह विधायकों को भी रामलीला मैदान पहुचंने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने को कहा है। दिल्ली से लगे कौशांबी में केजरीवाल के आवास के बाहर सिसोदिया ने कहा, "वीआईपी संस्कृति को खत्म करने के लिए हम सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर रहे हैं।"
खास बात यह है कि केजरीवाल व उनकी टीम इस समारोह में विशेष कपड़े भी नहीं पहनेंगे। साधारण कपड़ों में वो शपथ ग्रहण समारोह में जायेंगे। यही नहीं केजरीवाल ने कहा है कि इस समारोह में उनके व विधायकों के परिजनों के लिये भी कोई खास सीट प्रबंध नहीं किया गया है।
केजरीवाल की यह सोच भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव लाने जा रही है, लेकिन अफसोस यह कि तमाम बड़ी पार्टियां उनका विरोध कर रही हैं। अगर आप यह सोच रहे हैं कि केजरीवाल जिस नदी में तैर रहे हैं, अब उसकी धारा उलटी दिशा में बहना बंद हो गई है, तो आप गलत हैं, सच पूछिए तो धारा और तेज हो गई है। तमाम दलों को अब यह नहीं भा रहा है, क्यांकि अगर सांसद-विधायकों को दिया जाने वाला वीआईपी ट्रीटमेंट बंद हो गया, तो तमाम विधायक जो सिर्फ रौले के लिये नेता बने हुए हैं, उनका करियर खत्म हो जायेगा।