बनिया बताकर वोट मांगते केजरीवाल, वैश्य खफा
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) अब वोट लेने के लिए अरविंद केजरीवाल अपने को बनिया बता रहे हैं। उन्हें यह कहते हुए कोई दिक्कत महसूस नहीं हो रही कि वे वैश्य जाति से है। इसके चलते उनसे वैश्य़ समाज में गुस्सा है।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनावों से पहले कारोबारियों को लुभाने की कोशिश की है। नेहरू प्लेस में कारोबारियों की एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने खुद को ‘बनिया' करार देते हुए कहा कि वह ‘धंधा' समझते हैं।
मैं बनिया हूं
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं बनिया हूं और धंधा समझता हूं। हम चाहते हैं कि आप पूरी ईमानदारी से धंधा करें और कर चुकाएं।' पूर्वी दिल्ली वैश्य समाज के वरिष्ठ नेता संजय अग्रवाल ने कहा कि हर नेता को जनता से वादे करने का अधिकार है। पर, किसी को यह अधिकार नहीं है कि वे अपनी जाति का हवाला देकर जनता से वोट मांगे जैसा केजरीवाल ने किया। उन्होंने एक प्रकार से वैश्य समाज का अनादर किया। जिसने देश को गांधी जी और राम मनोहर लोहिया जैसी विभूतियां दी हैं।
कर व्यवस्था
केजरीवाल ने वादा किया कि दिल्ली में कर व्यवस्था को सुविधाजनक बनाया जाएगा और मूल्य वर्धित कर (वैट) विभाग की ओर से चलाए जा रहे ‘जबरन वसूली एवं छापेमारी गिरोह' का खात्मा किया जाएगा। रैली में केजरीवाल ने कारोबारियों के लिए कई कदम उठाने का वादा करते हुए कहा कि सत्ता में आने पर उनकी पार्टी कारोबार करने लायक माहौल बनायेगी और दिल्ली को देश में थोक बिक्री एवं वितरण के केंद्र के रूप में स्थापित करेगी।
केजरीवाल खफा
राजधानी के बडी रीयल एस्टेट फर्म सैंचुरी 21 के चेयरमेन डा. देवेन्द्र गुप्ता ने भी केजरीवाल का अपने को बनिया बताकर वोट लेने के तरीके की निंदा की। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज उसी के हक में देगा जो देश और समाज के लिए काम करेगा।