दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर केजरीवाल ने शाह से मिलने का समय मांगा
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा है। केजरीवाल ने कहा है कि नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों, पुलिस की कार्रवाई और इस सबसे बिगड़ी राजधानी की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर वो चिंतित है। इसलिए उन्होंने गृहमंत्री से समय मांगा है।
केजरीवाल ने सोमवार को कहा, दिल्ली का अमन चैन बिगड़ा हुआ है। मैं इससे परेशान हूं और चाहता हूं कि समान्य स्थिति लौटे। मैंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात का वक्त मांगा है। वहीं नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ हो रहे देश के कई हिस्सों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए विपक्षी दलों ने भी राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। विपक्षी दल नागरिकता संशोधन के विरोध में देश के मौजूदा हालात पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अवगत कराने के लिए एक बैठक के लिए समय मांगा है।
नागरिकता संशोधन कानून का देश के कई हिस्सों में भारी विरोध हो रहा है। असम, त्रिपुरा और मेघालय में तो प्रदर्शन हो ही रहे हैं। देश की कई बड़े विश्वविद्यालयों के छात्र की लगातार बिल के खिलाफ विरोध दर्ज करा रहे हैं। दिल्ली, हैदराबाद, लखनऊ, अलीगढ़, पंजाब और दूसरे हिस्सों में प्रदर्शन हुए हैं। खासतौर से दिल्ली के जामिया मिलिया और ओखला क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन के बाद तनाव की स्थिति है।
नागरिकता संशोधन एक्ट, 2019 बीते हफ्ते सदन से पास हुआ है। इस कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है। कांग्रेस समेत ज्यादातर विपक्षी दल और कई संगठन भी इस बिल का विरोध कर रहे हैं।
नागरिकता कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी दो दर्जन से ज्यादा याचिकाएं दायर की गई हैं। सर्वोच्च अदालत में अब तक पीस पार्टी, रिहाई मंच, जयराम रमेश, प्रद्योत देब बर्मन, जन अधिकार पार्टी, एमएल शर्मा, असदुद्दीन ओवैसी, महुआ मोइत्रा की ओर से याचिकाएं डाली गई हैं। इनकी मांग है कि इस कानून को रद्द कर दिया जाए।
नागरिकता संशोधन कानून: विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा