'सियासत के लिए बेच देंगे आत्मा' अमरिंदर के बयान पर केजरीवाल का पलटवार, कहा- 'कैप्टन साहब, BJP नेता आप पर...'
'सियासत के लिए बेच देंगे आत्मा' अमरिंदर के बयान पर केजरीवाल का पलटवार, कहा- 'कैप्टन साहब, BJP नेता आप पर...'
Arvind Kejriwal Hits back at Amarinder Singh: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसानों के समर्थन में सोमवार (14 दिसंबर) को अपने कैबिनेट मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और अन्य के साथ किसाना आंदोलन के समर्थन में उपवास रखा था। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राजनीति के लिए केजरीवाल अपनी आत्मा तक बेच सकते हैं। इस बयान पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने पलटवार भी किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कैप्टन साहब, BJP नेता आप पर डबल स्टैंडर्ड होने का आरोप क्यों नहीं लगाते हैं।
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अरविंद केजरीवाल और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग चली। अमरिंदर सिंह ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, "जैसा कि हर पंजाबी को पता है कि मैं ईडी या अन्य मामलों से डरता नहीं हूं। अगर आपके राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति होती हो तो अरविंद केजरीवाल आप अपनी आत्मा बेच देंगे। अगर आपको लगता है कि किसानों को आप अपनी नौटंकी से अपनी ओर कर लेंगे तो आप गलत हैं।''
केजरीवाल ने इसका पलटवार करते हुए कहा, ''आप उस समिति का हिस्सा थे, जिसने इन (कृषि) विधेयकों का मसौदा तैयार किया गया था। ये बिल राष्ट्र के लिए आपका 'तोहफा' है। कैप्टन साहब, बीजेपी के नेता आप पर डबल स्टैंडर्ड का आरोप कभी नहीं लगाते जिस तरह से वे अन्य सभी नेताओं पर आरोप लगाते हैं?"
केजरीवाल के ट्वीट पर अमरिंदर ने जवाब देते हुए कहा, ''इन कृषि कानूनों पर किसी भी तरह बैठक में चर्चा नहीं की गई और मिस्टर अरविंद केजरीवाल आपके दोहराए झूठों से ये सच नहीं बदलेगा। स्वाभाविक रूप से बीजेपी मुझ पर डबल स्टैंडर्ड का आरोप नहीं लगा सकती है क्योंकि मैंने उनसे कभी कोई सांठगांठ नहीं की है जैसे आपके पास है। आखिरकार उन्हें आपकी मिलीभगत को ढंकना होगा!''
केजरीवाल ने इसपर पलटवार किया, "यह रिकॉर्ड का एक हिस्सा है कि आपकी समिति ने इन कानूनों का मसौदा तैयार किया है। आप चाहते तो इस कानून को रोक सकते थे, आपके पास इन कानूनों को रोकने की शक्ति थी। इस देश को लोगों को बताइए कि ये (कृषि) कानून केंद्र द्वारा परिकल्पित किए जा रहे थे तो आप इसमें केंद्र के साथ क्यों दे रहे थे?''