सीएम केजरीवाल बोले-दिल्ली में बाहरी लोगों और नेताओं ने फैलाई हिंसा
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में बुधवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में नागरिकता कानून को लेकर हिंसा में बाहरी लोगों को भूमिका की बात कही है। विधानसभा में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग हिंसा नहीं चाहते हैं। यह कुछ असामाजिक, राजनीतिक और बाहरी तत्वों द्वारा किया गया है। केजरीवाल ने विधानसभा में कहा, गृह मंत्री से निवेदन करता हूं कि अगर जरूरत पड़े तो हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए।
दंगे राजनीतिक तत्वों और बाहरी लोगों द्वारा किए गए: केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा करते हुए कहा, कहा कि, दिल्ली के आम लोग हिंसा में शामिल नहीं हैं, इस हिंसा में बाहर के लोग, कुछ राजनीतिज्ञ, असामाजिक तत्व शामिल हैं। उन्होंने कहा इस दंगे में हर कोई मारा जा रहा है। राहुल सोलंकी की मौत हो गई वो हिन्दू था, जाकिर की मौत हो गई वो मुसलमान था। कुछ असामाजिक तत्व अपने निजी फायदे के लिए जनता को भड़का रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दंगे राजनीतिक तत्वों और बाहरी लोगों द्वारा किए गए थे।
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अब नफरत की राजनीति बर्दाशत नहीं की जाएगी: केजरीवाल
उन्होंने कहा कि, अब नफरत की राजनीति बर्दाशत नहीं की जाएगी, दंगो की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब पूरी दिल्ली को एक साथ खड़े होकर कहना होगा कि अब ये भाई से भाई को लड़ाने वाली राजनीति बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। सारे धर्म के लोगों को एक साथ खड़े होने का वक्त आ गया है। हम सबको एक साथ खड़े होने की जरूरत है आधुनिक दिल्ली, विकसित दिल्ली लाशों की नींव पर नहीं बन सकती है। पूरे दिल्ली और देश को कह देना चाहिए अब नफरत की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अब तक 24 लोगों की मौत
केजरीवाल ने हिंसा में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हिंसा रोकने लिए जरूरत हो तो केंद्र सरकार को सेना लगाना चाहिए। बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में भड़की हिंसा में अब तक 23 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 200 लोग घायल हैं।
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