डीएस हुड्डा के बहाने जेटली का तंज- देर से ही सही, कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक की बात तो मानी
नई दिल्ली। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा को कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा पर विजन डॉक्यूमेंट बनाने की जिम्मेदारी दिए जाने की खबरों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चुटकी ली है। अरुण जेटली ने कहा कि देर से ही सही लेकिन कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने को स्वीकार कर रही है। बीजेपी लंबे समय से सैन्य ऑपरेशन पर उठे सवालों के बाद कांग्रेस पर सेना का अपमान करने का आरोप लगाती रही है।
'आधी सदी तक सरकार चलाने के बाद कांग्रेस को राष्ट्रीय सुरक्षा पर पाठ की जरूरत'
हालांकि कांग्रेस का कहना है कि पार्टी ने केवल सर्जिकल स्ट्राइक के राजनीतिकरण की आलोचना की है। अपने ब्लॉग में अरुण जेटली ने रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा के अनुभव को स्वीकारते हुए लिखा है, 'मुझे जरा भी संदेह नहीं है कि वे इस पुरानी पार्टी को मूल्यवान सुझाव देंगे। रिटायर्ड जनरल को अपने साथ जोड़ने की कोशिश ये दर्शाती है कि करीब आधी सदी तक सरकार चलाने के बाद कांग्रेस को राष्ट्रीय सुरक्षा पर पाठ की जरूरत है।'
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कांग्रेस नेताओं पर किया तंज
जेटली ने लिखा कि कांग्रेस ये दिखाने की कोशिश ना करे कि आतंकवाद के खिलाफ कैसे लड़ें, इसपर देश बंटा हुआ है। उन्होंने लिखा, 'मुझे उम्मीद है कि सलाहकार समिति के प्रमुख पार्टी नेताओं को ये बताएंगे कि सर्जिकल स्ट्राइक रोज-रोज के काम जैसा नहीं था जिसे पहले भी किया जा चुका है बल्कि भारत के लिहाज से ये एक अहम कदम था।'
उरी हमले के बाद सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को दिया था अंजाम
गौरतलब है कि उरी हमले के बाद 29 सितंबर 2016 को भारत ने एलओसी के पार बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर किया था। डीएस हु्ड्डा की अगुवाई में ही ये सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, जो उस समय नॉर्थन आर्मी कमांडर थे। कुछ महीने पहले ही रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल ने सर्जिकल स्ट्राइक के प्रचार पर कहा था कि ये हमला जरूरी था, लेकिन वे नहीं मानते कि इसका अधिक प्रचार किया जाना चाहिए।