अरुण जेटली ने अपने आखिरी ट्वीट में किसे किया था कोटि-कोटि नमन
नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता अरुण जेटली का शनिवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। वो 66 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अपने खराब स्वास्थ्य के कारण ही अरुण जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। बीमारी के चलते ही उन्होंने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान कैबिनेट में शामिल होने से इनकार कर दिया था। भले ही जेटली सरकार में शामिल नहीं हुए हों लेकिन मोदी सरकार के फैसलों को लेकर अकसर वो सोशल साइट ट्विटर या फिर ब्लॉग के जरिए अपनी बात रखते थे। उनके ट्वीट देखें तो उन्होंने आखिरी बार अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सात अगस्त को आखिरी ट्वीट किया था।
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अरुण जेटली ने 7 अगस्त को किया था आखिरी ट्वीट
अरुण जेटली इसी महीने की सात अगस्त को ट्विटर पर सक्रिय सक्रिय नजर आए थे, जब उन्होंने महान संत तुलसीदास जी की जयंती पर उनको नमन किया था। अरुण जेटली ने 7 अगस्त को सुबह 10.33 बजे ये ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा था- 'महान संत तुलसीदास जी की जयंती पर उनको कोटि कोटि नमन।' उनके इस ट्वीट को 637 बार रिट्वीट किया गया, वहीं 7 हजार से ज्यादा लाइक्स मिले।
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सुषमा स्वराज के निधन पर जेटली ने किया था ये ट्वीट
इससे पहले अरुण जेटली ने 6 अगस्त को उस समय ट्वीट किया जब पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज का निधन हो गया था। सुषमा स्वराज के निधन पर अरुण जेटली ने ट्वीट करते हुए दुख जताया, उन्होंने लिखा, 'सुषमाजी के निधन से मैं दुख और दर्द से टूट गया। वह मौजूदा दौर में सबसे उत्कृष्ट राजनीतिज्ञों में से एक थीं। वह सभी पदों पर सफल रही थीं। उन्होंने पार्टी, एनडीए सरकार के साथ-साथ विपक्ष में रहते हुए वरिष्ठ पदों को संभाला। उनके जाने से ऐसा शून्य पीछे छूटा है जिसे भरना मुश्किल है।
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धारा 370 को लेकर जेटली ने लिखा ब्लॉग, किया था ये ट्वीट
इससे पहले अरुण जेटली ने अपने ट्वीट में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 का जिक्र करते हुए कई बातें लिखीं थीं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर नीति को लेकर जो कदम उठाया है वह असंभव था। उन्होंने ट्वीट में अपने ब्लॉग का जिक्र करते हुए मोदी सरकार के इस फैसले के प्रभाव का विश्लेषण किया। इसमें जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को लेकर इतिहास में हुए असफल प्रयासों का भी जिक्र किया गया था।
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'कश्मीर को लेकर 7 दशकों में सही कदम नहीं उठाया गया'
इसी मुद्दे को लेकर अरुण जेटली ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा- 'पिछले सात दशकों से कभी भी इस मुद्दे को लेकर सही कदम नहीं उठाया गया। पीएम मोदी ने वैकल्पिक दृष्टिकोण का पालन करने का फैसला किया। वर्तमान निर्णय यह स्पष्ट करता है कि जिस तरह देश के अन्य हिस्सों में कानून का शासन कायम है, वह कश्मीर घाटी में भी उतना ही प्रबल होगा।'
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जेटली ने कांग्रेस पार्टी को बताया था 'हेडलेस चिकन'
एक और ट्वीट में अरुण जेटली ने लिखा, 'कांग्रेस पार्टी एक 'हेडलेस चिकन' की तरह है। वो भारत के लोगों से अब दूर जा रही है। नया भारत बदल चुका है। केवल कांग्रेस इस बात को समझ नहीं पा रही है। कांग्रेस नेतृत्व लगातार रेस में नीचे से अव्वल आने की ओर भाग रही है।
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