महबूबा के तिरंगे वाले बयान को संजय राउत ने बताया 'राष्ट्रद्रोह', कहा- 'जल्द एक्शन ले केंद्र सरकार'
मुंबई। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के तिरंगे को न उठाने और अनुच्छेद 370 को वापस लाने के बयान पर बवाल मच गया है, अब महबूबा की तीखी आलोचना की है, शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने, जिन्होंने बुधवार को कहा कि महबूबा मुफ्ती ने तिरंगे का अपमान किया है, ये 'राष्ट्रद्रोह' है। राउत ने कहा कि अगर महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और अन्य लोग चीन की मदद से कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू करना चाहते हैं तो केंद्र सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।
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संजय राउत ने आगे कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति जो कश्मीर में तिरंगा फहराना चाहता है, उसे रोका जाता है, तो मैं इसे 'राष्ट्रद्रोह' मानता हूं, यूनिफॉर्म सिविल कोड के सवाल के जवाब में राउत ने कहा कि पूरे भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होना चाहिए। अगर सरकार ऐसा कुछ करती है, तो हम इस बारे में फैसला करेंगे लेकिन मैंने पहले भी कहा था और आज भी कहता हूं कि देश को बांटने वालों को शिवसेना कभी भी माफ नहीं करेगी, हमें लगता है कि केंद्र की सरकार इस मामले पर सख्त कदम जल्द ही उठाएगी।
महबूबा ने तिरंगे को लेकर भड़काऊ बयान दिया
आपको बता दें कि पीडीपी की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को लेकर बहुत ही भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जब तक जम्मू-कश्मीर का पुराना झंडा वापस नहीं होगा, वह तिरंगा नहीं उठाएंगी।
गौरतलब है कि महबूबा हाल ही में पब्लिक सेफ्टी ऐक्ट से छूटकर 14 महीने की नजरबंदी के बाद हिरासत से बाहर आई हैं और इन दिनों वो लगातार आर्टिकल-370 को लेकर बयान दे रही हैं, खास बात ये है कि इस समय उनका कट्टर विरोधी अब्दुल्ला परिवार भी उनके साथ खड़ा हुआ है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से पिछले साल 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से वहां के सिविल सचिवालय से जम्मू-कश्मीर का झंडा हटा लिया गया था, जो कि पहले वहां तिरंगे के साथ-साथ फहराया जाता था।
राउत से पहले महबूबा मुफ्ती के बयान पर जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविन्दर राणा ने भी कड़ी टिप्पणी की थी, उन्होंने कहा था कि मैं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से अनुरोध करूंगा कि वो इस देशद्रोही टिप्पणी का संज्ञान लें और महबूबा मुफ्ती पर देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज कराकर, उन्हें जेल भेजा जाए, जम्मू और कश्मीर हमारे देश का एक अभिन्न अंग है, इसलिए केवल एक ध्वज ही फहराया जा सकता है। तिरंगे के अलावा यहां कोई और झंडा नहीं होगा। उन्होंने ये भी कहा कि महबूबा मुफ़्ती कश्मीर के लोगों को भड़काने की कोशिश ना करें।
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