Article 370: पाक खालिस्तानियों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ रच रहा साजिश
बेंगलुरु। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। आतंकवादियों को पनाह देने वाला पाक अपनी हर हदें पार कर चुका है। हर जगह से शिकस्त मिलने के बाद पाक अब खालिस्तानी आतंकियों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रच रहा है। जिसका अंदेशा लंबे समय से जताया भी जा रहा था।
पाकिस्तान और उसकी बदनाम खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटलिजेंस आईएसआई भारत के खिलाफ बड़ी साजिश रच रही है। आई एस आई खालिस्तानी आतंकियों को उकसाकर पंजाब समेत भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवाद की साजिश रची है।
पिछले दिनों आईएसआई और पाक सेना ने इस्लामाबाद स्थित सैफ हाऊस में खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ एक अहम बैठक की। जिसमें खालिस्तान जिंदा फोर्स के रवनीत नीटा भी उपस्थित था। मीडिया सूत्रों के अनुसार बैठक में लश्कर हिब्ज और जैश के आतंकवादी भी मौजूद थे। आईएसआई खालिस्तानियों को पंजाब समेत अन्य राज्यों में हिंसा फैलाने के लिए कहा है। जिसके लिए वह खालिस्तानी आतंकवादियों को हर संभव मदद देने की कोशिश कर रहा है।
यहीं नहीं पिछले बुधवार को पंजाब के तरनतारन गांव में हुए ब्लास्ट की जांच में भी पंजाब पुलिस को 5 लाख रुपये की विदेशी फंडिंग के सबूत भी मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में खालिस्तान समर्थक आतंकवाद का एंगल भी सामने आया है।बता दें कि पिछले बुधवार को गांव के प्लॉट में देर रात जोरदार धमाका में दो लोगों की मौत हो गई थी और एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया थे।
इस मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 32 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले में खुलासा हुआ है कि खाली प्लॉट में विस्फोटक के जरिए बम बनाया जा रहा था और इस बम से पंजाब की किसी बड़ी सार्वजनिक जगह पर धमाका करने की साजिश रची जा रही थी।
वहीं अमृतसर के अजनाला में पिछले साल हुए हैंड ग्रेनेड हमले जैसे बड़े आतंकी हमले को किसी सार्वजनिक जगह पर करने की साजिश रचने की बात सामने आई थी।
इतना ही नहीं भारतीय सेना के सेवानिवृत्त जनरल ध्रुव सी. कटोच दावा किया था कि भारत से एक अलग देश खालिस्तान की मांग करने वालों की मदद ब्रिटेन और कनाडा में रहने वाले पाकिस्तानी मुस्लिम कर रहे हैं। खालिस्तानियों की मदद करने वाले पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ लगातार संपर्क में हैं।
कटोच ने खुलासा किया था कि पाकिस्तान सालों से भारत में शांति और सद्भाव को तोड़ने के अपने एजेंडे पर काम कर रहा है और वह अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। भारत की अखंडता पर चोट करने के लिए पाकिस्तान प्रो-खालिस्तान एजेंडा को हवा देता है।
सेवानिवृत्त जनरल ने ये भी दावा किया था कि इस काम के लिए सबसे ज्यादा फंड कनाडा और ब्रिटेन से आ रहा है। ब्रिटेन में पाक से आए मुस्लिम बड़ी संख्या में रहते हैं। यह समुदाय बेहद मुखर माना जाता है। वे ऐसा ही आंदोलन ब्रिटेन में भी शुरू करने की कोशिश में लगे हैं। इसलिए मूल रूप वित्त पोषण और विदेशी समर्थन कनाडा-ब्रिटेन से ही आता है। इंग्लैंड में हो रहे वर्ल्ड कप मैचों में भी यह देखने को मिला।
खालिस्तान मूवमेंट
खालिस्तान मूवमेंट ऐसे सिख समुदाय का आंदोलन है जो पंजाब से एक अलग राज्य बनाने के लिए खालिस्तान की मांग शुरू कर दी थी। 'खालिस्तान' के तौर पर स्वायत्त राज्य की मांग ने 1980 के दशक में जोर पकड़ा। धीरे-धीरे ये मांग बढ़ने लगी और इसे खालिस्तान आंदोलन का नाम दिया गया। अकाली दल के कमजोर पड़ने और 'दमदमी टकसाल' के जरनैल सिंह भिंडरावाला की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही ये आंदोलन हिंसक होता चला गया। सेना ने इस पर कार्रवाई कर इस अभियान को खत्म कर दिया था। कुछ संदिग्धों ने दुनियाभर के देशों में शरण ली। उन्हीं के द्वारा समय-समय पर यह मांग उठाई जाती है।
केन्द्र सरकार के अनुच्छेद 370 के फैसले के कुछ ही दिनों बाद सिंगर और रैपर हार्ड कौर का एक और वीडियो सामने आया था। जिसमें वह खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए भारत व केंद्र सरकार को अपशब्द कह रही है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाली हार्ड कौर ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को अपशब्द कहे। प्रो खालिस्तान समर्थकों के साथ वीडियो में दिखाई दे रही हार्ड कौर ने आजाद खालिस्तान जैसी असंवैधानिक मांग भी की।
इसी के कुछ दिनों बाद वर्दी पहने स्वयं को भारतीय सेना का जवान बताते हुए खलिस्तान की मांग करने वाले सिख युवक का वीडियो वायरल हुआ। यह भी पाकिस्तान की ही चाल थी। वायरल वीडियो सबसे पहले फेसबुक पर लाइव किया गया था।
वीडियो में युवक खुद को पीलीभीत उत्तरप्रदेश का रहने वाला और भारतीय सेना का जवान सतवीर सिंह बताता है।वीडियो में युवक देश में सिखों के सुरक्षित ना होने की बात करते हुए खलिस्तान की मांग करता दिखाई देता है। ओरिजनल वीडियो करीब 30 मिनट का है, केन्द्र सरकार के जम्मू कश्मीर फैसले के बाद इस विडियो के छोटे-छोटे क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर कर हिंसा भड़काने की पाक नापाक कोशिश कर रहा था।
सिख फॉर जस्टिस गैर कानूनी
सिख फॉर जस्टिस गैर कानूनी गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने न्यूसिख फॉर जस्टिस को गैर कानूनीयार्क में संचालित संगठन सिख फॉर जस्टिस को गैर कानूनी घोषित करते हुए उस पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। मंत्रालय के मुताबिक यह संगठन खालिस्तान के नाम पर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था जिससे खासतौर पर पंजाब की हालत बिगड़ रही थी। सरकार ने यह फैसला देश के कई सिख संगठनों से विचार विमर्श के बाद लिया है।
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