Article 370: कहां हैं महबूबा मुफ्ती की छोटी बहन रूबिया, जिन्हें आतंकियों ने किया था अगवा?
नई दिल्ली। भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया है, अनुच्छेद के हटने के बाद से जहां भारत में खुशी है वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा आर्टिकल 370 हटाने का जमकर विरोध कर रही हैं, इस बीच खबर आ रही है कि महबूबा मुफ्ती ने पार्टी के राज्यसभा सांसदों से इस्तीफा देने को कहा है, फिलहाल इस मसले पर सियासत गर्माई हुई है।
रूबिया सईद को आंतकियों ने किया था अगवा
वैसे महबूबा मुफ्ती या उनके परिवार का जब भी जिक्र होता है तब हर किसी के जेहन में उनकी छोटी बहन रूबिया सईद के किडनैप होने वाली बात तरो-ताजा हो जाती है। रूबिया राजनीति से कोसो दूर चेन्नई में रहती हैं, रूबिया वही हैं, जिनके लिए सरकार को आतंकवादियों की बात मानने के लिए मजबूर होना पड़ा था, बात ,साल 1989 की है, जब दो दिसंबर को राष्ट्रीय मोर्चे की सरकार के गठन के पांच दिन बाद ही सईद मुफ्ती मोहम्मद की छोटी बेटी रूबिया का अपहरण कर लिया गया था।
रूबिया के पांच खूंखार आतंकियों को रिहा करना पड़ा था...
रूबिया-महबूबा के पिता उस वक्त देश के गृहमंत्री थे, रूबिया को श्रीनगर में जेकेएलएफ टेररिस्ट्स ने तब अगवा कर लिया था जब वो वुमन हॉस्पिटल में इंटर्नशिप करके घर जा रही थीं। जिसे छुड़ाने के लिए सरकार को पांच खूंखार आतंकियों को रिहा करना पड़ा था, इसे मुफ्ती मोहम्मद सईद के राजनीतिक करियर का काला पन्ना कहा जाता है फिलहाल रूबिया सईद आजकल चेन्नई के एक अस्पताल में डाक्टर हैं, रूबिया शादी-शुदा हैं और उनके परिवार में पति और दो बेटे हैं।
लाइमलाइट से कोसों दूर रहती हैं रूबिया
शायद किडनैप होने का असर रूबिया पर इस कदर हुआ कि अब कभी लाइमलाइट में आना नहीं चाहती हैं इसलिए वो कभी सियासी मंच पर दिखती नहीं हैं, रूबिया के पति शरीफ अहमद का ऑटोमोबाइल शोरूम है, रूबिया के परिवार को तमिलनाडु स्पेशल आर्म्ड फोर्स की सुरक्षा मिली हुई है। रूबिया के पड़ोसियों को भी उनकी बहुत ज्यादा जानकारी नहीं रहती है वो उनसे भी बातें कम करती हैं लेकिन लोगों का कहना है कि रूबिया एक हंसमुख और मिलनसार महिला हैं।