मोदी सरकार ने राहुल गांधी के दावे को किया खारिज, आरोग्य सेतु ऐप को बताया पूरी तरह सुरक्षित
नई दिल्ली: दुनिया के किसी भी देश ने अभी तक कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में सफलता नहीं हासिल की है। भारत ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मोबाइल का सहारा लिया और आरोग्य सेतु ऐप लांच किया। इस ऐप की मदद से कोरोना मरीजों को ट्रैस किया जा सकता है, साथ ही उनकी जानकारी आसपास के लोगों को दी जा सकती है। हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस ऐप में डाटा और प्राइवेसी को लेकर सवाल खड़े किए। जिसका बाद में एक फ्रेंच हैकर ने समर्थन भी किया। वहीं अब मामले में भारत सरकार ने सफाई दी है, साथ ही आरोग्य सेतु ऐप को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है।
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केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मामले में कहा कि आरोग्य सेतु ऐप अत्याधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम है। इसको इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, वैज्ञानिकों, एनआईसी, नीति आयोग और कुछ प्राइवेट कंपनियों ने कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया है। जिस वजह से मौजूदा वक्त में कोरोना से लड़ने के लिए ये एक अच्छा प्लेटफॉर्म है। उन्होंने राहुल गांधी के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार सभी की प्राइवेसी का सम्मान करती है। आरोग्य सेतु से किसी की प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं है। सभी का डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है।
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राहुल
गांधी
ने
उठाए
थे
सवाल
हाल
ही
में
राहुल
गांधी
ने
आरोग्य
सेतु
ऐप
पर
सवाल
उठाए
थे।
उन्होंने
कहा
कि
आरोग्य
सेतु
ऐप
एक
जटिल
निगरानी
प्रणाली
है,
जो
एक
प्राइवेट
ऑपरेटर
के
लिए
आउटसोर्स
है,
जिसमें
कोई
संस्थागत
निरीक्षण
नहीं
है।
उन्होंने
कहा
कि
इससे
गंभीर
डेटा
सुरक्षा
और
गोपनीयता
संबंधी
चिंताएं
बढ़ती
हैं।
तकनीक
हमें
सुरक्षित
रखने
में
मदद
कर
सकती
है,
लेकिन
नागरिकों
की
सहमति
के
बिना
उनको
ट्रैक
करने
के
लिए
डर
का
फायदा
नहीं
उठाया
जाना
चाहिए।
राहुल
गांधी
इस
दावे
के
इस
दावे
का
एक
फ्रेंच
हैकर
ने
समर्थन
भी
किया
था।