सेना में 'टूर ऑफ ड्यूटी' के प्रपोजल से राहुल खफा, बोले- आर्मी कोई पर्यटन की जगह नहीं
टूर ऑफ ड्यूटी से राहुल खफा, बोले- सेना कोई पर्यटन स्थल नहीं
नई दिल्ली। भारतीय सेना में 'टूर ऑफ ड्यूटी' के प्रस्ताव का कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कड़े शब्दों में विरोध किया है। राहुल ने कहा है कि इसके सेना पर गलत प्रभाव पड़ेंगे, सेना को कोई पर्यटन स्थल ना समझा जाए। टूर ऑफ ड्यूटी प्रस्ताव के तहत युवा तीन साल के लिए अपनी मर्जी से अस्थायी तौर पर सेना में शामिल हो सकते हैं।
Recommended Video
भारतीय सेना एक लड़ाकू बल है: राहुल
राहुल गांधी ने टूर ऑफ ड्यूटी कैसे सेना के हित में नहीं होगा, इस पर एक आर्टिकल ट्विटर पर शेयर किया है। इसको शेयर करते हुए राहुल ने लिखा है- आपको याद होगा कि किसी ने भारतीय वायुसेना को रडार की जानकारी दी थी। टूर ऑफ ड्यूटी भी उसी शख्स (नरेंद्र मोदी) के दिमाग की उपज है। हमें समझना होगा कि भारतीय सेना एक लड़ाकू बल है, वो कोई पर्यटन स्थल नहीं है।
राहुल ने प्रस्ताव के पीछे बताया पीएम मोदी का दिमाग
'टूर ऑफ ड्यूटी' का प्रस्ताव सेना की ओर से आया था लेकिन राहुल ने अपने ट्वीट में इसके पीछे पीएम मोदी का दिमाग होने की बात कही है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री का नाम ट्वीट में नहीं लिखा है लेकिन साफ है कि रडार के बारे में बात करने वाले जिस शख्स का जिक्र उन्होंने किया है, वो पीएम ही हैं। दरअसल, पीएम मोदी ने बालाकोट स्ट्राइक के संबंध में कहा था कि एयरस्ट्राइक से पहले आसमान में बादल छाए हुए थे तो मैंने वायुसेना को सलाह दी कि बादल होने भारतीय वायुसेना के विमान पाकिस्तानी रडार में आने से बच जाएंगे, हमला कर दीजिए। पीएम के इस बयान को विशेषज्ञों ने तब हकीकत से परे बताया था। इसको लेकर विपक्षी दलों ने भी उन पर तंज कसे थे, अब राहुल ने फिर पीएम के इसी बयान पर तंज किया है।
क्या है टूर ऑफ ड्यूटी प्रपोजल
भारतीय सेना ने अस्थायी भर्ती के लिए इस साल मई में 'टूर ऑफ ड्यूटी' का प्रस्ताव रखा था। इसके तहत युवा तीन वर्ष के लिए स्वेच्छा से अस्थायी तौर पर सेना में भर्ती हो सकते हैं। प्रस्ताव में कहा गया है कि इससे युवा सेना में भर्ती के लिए आकर्षित होंगे और पेंशन का बोझ भी कम होगा। प्रस्ताव में करीब चालीस फीसदी भर्तियां इसी सिस्टम के तहत करेने की बात है। इस योजना को लेकर लगातार कई विशेषज्ञ सवाल भी उठा रहे हैं और इसका विरोध कर रहे हैं।