सेना के सूत्रों का दावा: चीनी सेना ने लद्दाख में नहीं की घुसपैठ, LAC के उस पार से दिखाए थे बैनर
नई दिल्ली। चीन की सेना ने भारतीय सीमा में दाखिल होने की खबरों को इंडियन आर्मी के सूत्रों ने खारिज कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि, चीनी सेना ने घुसपैठ नहीं की। नागरिक कपड़े पहने उनके कर्मचारी एक नागरिक वाहन में आए थे। बता दें कि, ऐसी खबरें सामने आई थी कि, चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में पूर्वी डेमचोक इलाके में 6 किलोमीटर अंदर तक घुसपैठ की और अपना झंडा लहराया।
इस घटना के सामने आने के बाद शुक्रवार को सेना के सूत्रों ने कहा कि, चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र लद्दाख में घुसपैठ नहीं की थी। कुछ लोग सादा ड्रेस में और साधारण गाड़ियों से आए थे और वे डेमचोक इलाके में एलएसी की उस ओर खड़े रहे। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि, लद्दाख में 6 जुलाई को चीन के लोगों ने एलएसी क्रॉस नहीं की थी, इंदुस नदी के दूसरी तरफ से अपने एरिया से ही वे बैनर दिखा रहे थे।
सेना के सत्रों ने बताया कि, जब ये घटना हुई उस समय उस गांव के लोग बौद्धगुरु दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे थे। इससे पहले मीडिया में ऐसी खबरें सामने आई थी कि ,डेमचोक की सरपंच ने चीन की सेना के घुसपैठ की पुष्टि की है। ये सैनिक सैन्य वाहनों में भरकर भारतीय सीमा में आए और चीनी झंडा लहराया।
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चीन ने ऐसा पहली बार नहीं किया है। यहां वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक नाले के पास अभी भी चीन के दो टेंट लगे हुए हैं। अगस्त 2018 में चीन ने इस क्षेत्र में घुसपैठ की थी और कई टेंट स्थापित किए थे। भारत विरोध के बाद उसने कई टेंट हटाए लेकिन अभी भी दो टेंट वहां मौजूद हैं।